छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को इस साल गुरुवार को दूसरी बड़ी कामयाबी हाथ लगी। राज्य के बीजापुर और कांकेर जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए ‘नक्सल मुक्त भारत’ ऑपरेशन में 30 नक्सली ढेर हो गए। घटना में बीजापुर जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के एक जवान की भी मौत हो गई।
इस साल 9 फरवरी को छत्तीसगढ़ के इंद्रावती नेशनल पार्क के जंगलों में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ हुई थी, उसमें 31 नक्सली मारे गए थे। उसके बाद नक्सलियों के खिलाफ यह दूसरा बड़ा ऑपरेशन था। जिसमें 500 से अधिक जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और अन्य पैरा मिलिट्री फोर्स के जवानों के साथ 20 मार्च की सुबह करीब 7 बजे से दोपहर करीब दो बजे सात घंटे तक नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई।
भारी संख्या में मिले ऑटोमेटिक हथियार
इलाके की सर्च ऑपरेशन के साथ मारे गए नक्सलियों की पहचान का काम जारी है। मौके से भारी संख्या में ऑटोमेटिक हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का कहना
मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि लिखा की नक्सल मुक्त भारत अभियान की दिशा में आज हमारे जवानों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में हमारे सुरक्षाबलों के दो अलग-अलग ऑपरेशंस में यह नक्सली मारे गए। मोदी सरकार नक्सलियों के खिलाफ रूथलेस अप्रोच से आगे बढ़ रही है और समर्पण से लेकर समावेशन की तमाम सुविधाओं के बावजूद जो नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर रहे, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। अगले साल 31 मार्च से पहले देश नक्सल मुक्त होने वाला है।