प्रवीण दुबे
एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत पर चलने वाली भारतीय जनता पार्टी में फिलहाल राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर शिथिलता दिखाई दे रही है यही वजह है कि वर्तमान अध्यक्ष जे पी नड्डा एक साथ दो पदों पर सुशोभित दिखाई दे रहे हैं वे कैबिनेट मिनिस्टर के साथ साथ अध्यक्ष पद भी संभाले हुए हैं संभावना है कि सितंबर माह में जबतक अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचन नहीं हो जाता वे दोनों पदों पर बने रहेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी में अध्यक्ष का चुनाव सितंबर तक होने की संभावना है. कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति तक जेपी नड्डा पार्टी और मंत्रालय दोनों काम साथ साथ देखते रहेंगे.
जेपी नड्डा 2019 लोकसभा चुनाव के बाद जनवरी 2020 में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे. नड्डा का बतौर बीजेपी अध्यक्ष कार्यकाल जनवरी 2023 में खत्म हो गया था. लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए उनके कार्यकाल को जून 2024 तक बढ़ा दिया गया था. लेकिन अब चुनाव हो गया है और नड्डा को कैबिनेट में जगह दे दी गई है, ऐसे में बीजेपी को नया अध्यक्ष मिलना तय माना जा रहा है.
नए अध्यक्ष की रेस में ये नाम
नड्डा के कैबिनेट में शामिल होने के बाद यह तय माना जा रहा है कि बीजेपी को नया अध्यक्ष मिलेगा. हालांकि, इस रेस में कई नाम शामिल हैं. इनमें एक नाम विनोद तावड़े का भी है. तावड़े बीजेपी के महासचिव हैं. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रह चुके तावड़े को बीएल संतोष के बाद सबसे ज्यादा प्रभावशाली महासचिव माना जाता है. वे मराठी हैं. इस रेस में बीजेपी ओबीसी मोर्चा चीफ के लक्ष्मण का नाम भी है. लक्ष्मण तेलंगाना से आते हैं. ये वही राज्य है, जहां बीजेपी आंध्र प्रदेश के बाद दक्षिण में सबसे ज्यादा ध्यान दे रही है. बीजेपी अध्यक्ष की रेस में सुनील बंसल का नाम भी सामिल है, जो वर्तमान में महासचिव हैं. साथ ही साथ वह पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और ओडिशा जैसे तीन राज्यों के इंचार्ज भी हैं.
माना जा रहा है कि राजस्थान से राज्यसभा सदस्य और भैरों सिंह शेखावत के शिष्य ओम माथुर भी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की दौड़ में हैं. माथुर को चेहरे पर मुस्कुराहट के साथ अपनी बात कहने के लिए जाना जाता है. वह आरएसएस के प्रचारक रहे हैं और पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात के प्रभारी भी रह चुके हैं. उधर चर्चा यह भी है कि पार्टी यदि किसी युवा व कम उम्र के चेहरे को अध्यक्ष बनाने का मन बनाती है तो वीडी शर्मा के नाम पर भी विचार हो सकता है वे अभी मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष हैं और विधानसभा के बाद लोकसभा चुनाव में बीजेपी को प्रदेश में बड़ी सफलता दिलाने में उनका बड़ा योगदान रहा है। इसके साथ ही वे संघ बैकग्राउंड से आने वाले नेता हैं और अखिल भारतीय विधार्थी परिषद से संबंधित बड़ा नाम रहे हैं।