यूपी के आतंकरोधी दस्ते (एटीएस) ने दिल्ली पुलिस के साथ संयुक्त आपरेशन में मंगलवार को चार शहरों लखनऊ, प्रयागराज, रायबरेली और प्रतापगढ़ में एक साथ छापेमारी कर आईएसआई के बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है। ये आतंकी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के जरिये प्रशिक्षित किए गए थे। इनके कब्जे से यूपी एटीएस ने प्रयागराज स्थित बन नैनी के डांडी से एक अतिसंवेदनशील आईईडी बरामद की है। इसमें उच्च श्रेणी के विस्फोटक आरडीएक्स और अमोनियम नाइट्रेट के इस्तेमाल की सूचना है। ये माड्यूल अयोध्या के साथ ही चुनाव के दौरान होने वाली बड़ी रैलियों या किसी बड़े आयोजन में विस्फोट करने की साजिश रच रहा था।
इधर, ओडिशा के बालासोर से पुलिस ने DRDO के चार कर्मचारियों को जासूसी के मामले में गिरफ्तार किया है। चांदीपुर सेंटर में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले ये चारों कर्मचारी गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तानी एजेंट्स को भेज रहे थे। पुलिस ने बताया कि इसके लिए उन्हें पाकिस्तानी एजेंट मोटी रकम दे रहे थे। गिरफ्तार कर्मचारियों पर ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट समेत दूसरी धाराएं लगाई गई हैं।
एटीएस के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि दिल्ली पुलिस और खुफिया एजेंसियों के जरिये सूचनाएं मिल रही थीं कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत के कई शहरों खासतौर पर यूपी में विस्फोट करने की साजिश में जुटी है। सूचना के बाद यूपी एटीएस ने प्रयागराज के करेली इलाके से जीशान कमर (28), रायबरेली से मूलचंद उर्फ लाला उर्फ सज्जू और लखनऊ के मानकनगर प्रेमवती नगर से मोहम्मद आमिर जावेद को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि तीनों आतंकियों से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक सूचना मिली है कि उन्होंने आईएसआई से ट्रेनिंग ली है।
उन्होंने बताया कि एटीएस ने प्रयागराज, लखनऊ, रायबरेली, प्रतापगढ़ में एक साथ छापेमारी की है। इसमें प्रयागराज से जीशान कमर के कब्जे से आईईडी बरामद की गई है। इसमें घातक विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया है। इस आईईडी को प्रयागराज में बम निरोधक दस्ते की मदद से निष्क्रिय किया गया। इस मामले में अंडरवर्ल्ड से भी तार जुड़े होने की सूचना है। इस मामले में अभी आगे की पड़ताल की जा रही है। एटीएस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों युवक शिक्षित हैं