भारतीय जनता पार्टी के पुराने नेताओं में शुमार कुलवीर भारद्वाज ने एकबार पुनः पार्टी नेतृत्व की कार्यशैली के खिलाफ विरोध का स्वर बुलंद कर दिया है। उन्होंने प्रदेश कार्यसमिति की घोषणा में सार्वजनिक रूप से जातिगत उल्लेख किए जाने को संघ व पार्टी के सिद्धांतों से बिल्कुल उलट बताते हुए इसपर अपनी सख्त आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने प्रदेश कार्यसमिति में वरिष्ठ जनों की अनदेखी किये जाने व नोसखिये नेताओं को स्थान दिए जाने को भी गलत बताया है।
उल्लेखनीय है की कुलवीर भारद्वाज द्वारा अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लगातार पार्टी के खिलाफ टिप्पणियां किये जाने के बाद माहौल गरमा गया है।
उन्होंने एक के बाद एक पोस्ट की उनमे से कुछ इस प्रकार हैं।
“नागिन दूसरों की Bamiyo में बसेरा और अक्सर अपने ही बच्चों को kha जाती है l वहीं हाल है प्रदेश का “
“यह न समझ लेना कि BJP का mool कार्यकर्ता मर गया है अभी हम जिंदा है I हमने पार्टी को सींचा है समझे???”
“वाह रे वाह संगठन, apano को छोड़ gero से itani मोहब्बत कि सब कुछ तुमको समर्पित????”
“
“जो जाति, वर्ग, भेद, सम्प्रदाय, के आधार पर राजनीति को परिभाषित करे वह R S S के सिद्धांतो से परे है I परमात्मा सद्बुद्धि दे l”
इन टिप्पणियों के बाद सोशल मीडिया पर तमाम लोगों द्वारा अपनी सहमति व असहमति से युक्त प्रतिक्रियाएं व्यक्त की जा रही है। इस मामले को लेकर shabdshaktinews ने भी कुलवीर भारद्वाज से बात की तो उन्होनें कहा की जब प्रदेश अध्यक्ष के पद पर संघ का ही एक स्वयंसेवक आसीन है तब जातिकेन्द्रित प्रदेश कार्यसमिति की घोषणा ने उन्हें भीतर तक आहत किया है। यहाँ तो संघ के संस्कार हैं न भाजपा की परंपरा इससे वे पूरी तरह असहमत हैं। उन्होंने इस बात पर भी आपत्ति दर्ज कराई कि प्रदेश कार्यसमिति में बिना किसी विचार के ही तमाम लोगों को भर लिया गया जबकि ग्वालियर में ही पार्टी से लंबे समय से जुड़े नेताओं को दरकिनार कर दिया गया उन्होंने कहा की इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा उन्होंने कहा की पूरा जीवन उन्होंने पार्टी की तन मन धन से सेवा की है यदि कोई इसे गलत रास्ते ले जाएगा तो हम इसका विरोध करेंगे।