पीएम मोदी ने महाकाल कॉरिडोर का उद्घाटन किया इस अवसर परउन्होंने कहा कि उज्जैन की यह ऊर्जा, यह उत्साह, यह आभा, आनंद, महाकाल की महिमा से महाकाल लोक में साधारण कुछ भी नहीं। सबकुछ अलौकिक और असाधारण है। आज आनंद का असवर महाकाल की वजह से मिला है। महाकाल लोक में लौकिक कुछ भी नहीं। आने वाली कई पीढ़ियों को यह अलौकिक दिव्यता का दर्शन करेगी। भारत की सांस्कृतिक चेतना का दर्शन कराएगी।
जय श्री महाकाल का जयकार लगाते हुए पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत की है। पीएम मोदी ने उज्जैन की पवित्र भूमि पर आए साधु-संतों तथा अन्य सभी लोगों का स्वागत किया। पीएम मोदी ने वहां आए श्रद्धालुओं का भी स्वागत किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाकाल कॉरिडोर पहुंचे तो उनके साथ सीएम शिवराज भी नजर आए । इससे पहले उज्जैन पहुंचने पर यहां उन्होंने पहले नंदी के दर्शन किये और फिर महाकाल के दर्शन किये। पीएम मोदी ने यहां मंदिर में पूजा-अर्चना की है। जो तस्वीरें सामने आई हैं उनमें नजर आया है कि पीएम मोदी ने बाबा महाकाल के दर्शन किये। उस वक्त वहां मंदिर के पुजारी भी मौजूद थे। बता दें कि आज नगर में महा महोत्सव मनाया गया। नगर में दीपोत्सव मनाया जा रहा है। महाकाल लोक प्रोजेक्ट को दो फेज में 856 करोड़ रुपए की लागत से डेवलप किया जा रहा है। 2.8 हेक्टेयर में फैला महाकाल परिसर 47 हेक्टेयर का हो जाएगा। इसमें 946 मीटर लंबा कॉरिडोर है। इसी पर चलकर भक्त गभगृह तक पहुंचेंगे।
महाकाल कॉरिडोर: नए भारत का हो रहा निर्माण, हम सभी गदगद
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि हमारा योग, उपनिेषेद, वेद को पीएम मोदी ने पूरी दुनिया में फैलाया है। सीएम ने कहा कि नये भारत का निर्माण पीएम मोदी के नेतृत्व में हो रहा है। शिवराज सिंह ने बताया कि जब पीएम मोदी पहले आए थे तब उन्होंने कहा था कि मंदिर में दर्शन-पूजा के अलावा भी यहां कुछ खास होना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी को सनातन धर्म की विशेष जानकारी मिल सके। साल 2018 में कैबिनेट ने इसके स्वरूप को मंजूर किया। साल 2019-2020 में रुकावट आई। लेकिन आज पीएम मोदी ने इसका लोकार्पण किया और हम सभी गदगद हैं।
190 मूर्तियां और 108 स्तंभ, जानें महाकाल लोक में क्या-क्या है…
महाकाल लोक में भगवान शिव की लीलाओं पर आधारित 190 मूर्तियों का स्थापित किया गया है। इसके अलावा 108 स्तंभ स्थापित हैं। वहीं 18 फीट की आठ बड़ी मूर्तियों को भी इस परिसर में लगाया गया है। इसमें नटराज, शिव पुत्र गणेश, कार्तिकेय, दत्तात्रेय अवतार, पंचमुखी हनुमान, चंद्रशेखर महादेव की कहानी, शिव और सती समेत समुद्र मंथन दृश्य को शामिल किया गया है। महाकाल लोक में 15 फीट ऊंची 23 प्रतिमाएं लगाई गई हैं। इसमें शिवनृत्य, 11 रूद्र, महेश्वर अवतार, अघोर अवतार, काल भैरव, शरभ अवतार, खंडोबा अवतार, वीरभद्र द्वारा दक्ष वध, शिव बारात, मणिभद्र, गणेश और कार्तिकेय के साथ पार्वती, सूर्य कपाल मोचक शिव शामिल हैं।