एसटीएफ की एनकाउंटर में असद के साथ मारे गए शूटर गुलाम की जनाजे की नमाज कब्रिस्तान के बाहर बीच सड़क पर अदा की गई। इस दौरान वहां सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे। कई लोगों ने चेहरा भी ढंक रखा था। नमाज अदा करने के बाद गुलाम का शव कब्रिस्तान में दफन किया गया। इससे पूर्व
अतीक अहमद के बेटे असद का शव आज कसारी-मसारी कब्रिस्तान लाया गया। असद का शव कड़ी सुरक्षा के बीच झासी से प्रयागराज लाया गया। कब्रिस्तान के मुख्य गेट पर पुलिस और RAF का पहरा है। किसी भी अनजान शख्स को कब्रिस्तान के आस-पास जाने नहीं दिया जा रहा। जो लोग मिट्टी में शामिल हो भी रहे उनकी पुलिस वीडियो ग्राफी और नाम-पता नोट कर रही है। शाइस्ता परवीन के आने की आशंका पर पूरे चकिया में फोर्स तैनात की गई थी।
बता दें कि माफिया अतीक के बेटे असद और गुलाम का झांसी में एसटीएफ ने एनकाउंटर कर ढेर किया था। अतीक अहमद के पुत्र असद अहमद और मकसूदन के पुत्र गुलाम, दोनों प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे और दोनों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था।