प्रयागराज स्थित महाकुंभ मेले में बुधवार तड़के भगदड़ मच गई. महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर्व पर भीड़ बढ़ने से यह भगदड़ मची. महाकुंभ मेले में अभी संगम तट पर श्रद्धालुओं की खचाखच भीड़ है. इस भगदड़ में कई लोगों के मरने की खबर है.
महाकुंभ में भगदड़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए पीएम मोदी ने एक घंटे में दो बार सीएम योगी से बातचीत की है. बहरहाल, एहतियात के तौर पर महाकुंभ में आज के अमृत स्नान पर फिलहाल रोक लग गई है. खुद अखाड़ों ने यह फैसला किया है. भगदड़ के बाद अखाड़ा परिषद की ओर से अमृत स्नान स्थगित करने का फैसला लिया गया था लेकिन अब अखाड़ा परिषद के मुखिया रवींद्र पुरी ने कहा कि छोटे जुलूस में साधू-संत अमृत स्नान करेंगे. मौनी अमावस्या का स्नान बेरोक-टोक चलेगा. वहीं, मेला जिला अधिकारी विजय किरण के मुताबिक 10 बजे से अमृत स्नान शुरू हो जाएगा. इससे पहले खबर थी कि आज अमृत स्नान नहीं हो पाएगा.
बताया जा रहा है कि संगम नोज के करीब भगदड़ में दर्जनों लोग घायल हुए हैं. घायलों को एम्बुलेंस से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर केंद्रीय चिकित्सालय महाकुंभ लाया गया गया, जहां इनका इलाज चल रहा है.
महाकुंभ क्षेत्र में अचानक आधी रात को अफरा-तफरी मची. मध्य रात्रि के करीब डेढ़ से दो के बीच में मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ हुई. इसमें 35 से 40 लोग घायल हो गए. बताया जा रहा है कि कुछ सीरियस इंजर्ड हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. सूत्रों के हवाले से अब सूचना है कि कुछ लोगों की मृत्यु भी हो गई है. महाकुंभ क्षेत्र में हुई भगदड़ के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 घंटे के भीतर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दो बार फोन लाइन पर बात की है.
उधर जगतगुरु रामभद्राचार्य ने कहा है कि लोग स्थिर रहें. संगम की तरफ ना जाएं. अपने नजदीकी घाट पर ही स्नान कर लें.
महाकुंभ में भगदड़ हादसे को लेकर प्रयागराज में मौजूद धार्मिक गुरुओं ने एक सामूहिक निर्णय लिया है. इसके मुताबिक, धर्मगुरु भक्तों से अपील करें कि आज के अवसर पर संगम क्षेत्र या कुंभ की जगह आने की अनिवार्यता नहीं है.
धर्मगुरुओं में यह भी सहमति बनी है कि भक्तों से अपील करें जो जहां हैं, वहीं अपने निवास पर रहें. घर से बाहर न निकलें. सिर्फ अखाड़ा परिषद या कुछ अन्य संगठन इस हादसे के बाद स्नान पर विचार करें. बाकी कोई भी धर्मगुरु अपने भक्तों को दूर से यहां नहीं बुलाएगा.