प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के 1000 से अधिक विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया
भोपाल /नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर 23 जनवरी 2025 को बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के ज्ञान-विज्ञान सभागार में प्रज्ञा प्रवाह मध्य भारत प्रांत द्वारा “यूथ एंड धर्म 2025” विषय पर एक प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के 1000 से अधिक विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। भारत विश्व के सबसे युवा देशों में से एक है, जिसकी औसत आयु 29 वर्ष है।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य युवाओं को एक सशक्त दृष्टिकोण प्रदान करना था, जिससे वे समाज और देश के निर्माण में अपनी प्रभावी भूमिका निभा सकें।
श्री मुकुल कानिटकर ने युवाओं से “क्या दिया” पर ध्यान केंद्रित करने और डिजिटल डिटॉक्स अपनाने की अपील की, जिससे सोशल मीडिया पर निर्भरता कम हो सके। सुश्री रश्मि सामंत, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय छात्र संघ की प्रथम भारतीय महिला अध्यक्ष ने नेतृत्व विषय पर युवाओं से संवाद किया। उन्होंने ऑक्सफोर्ड में अपने अनुभव साझा करते हुए युवाओं को राजनीति और नेतृत्व के संबंध में प्रेरित किया। उन्होंने गीता को प्रेरणा का स्रोत बताते हुए इसे पढ़ने की सलाह दी।भारतीय राजनीति में महिलाओं की भागीदारी के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में महिलाएं स्वाभाविक रूप से नेता होती हैं और अपने आसपास के लोगों में नेतृत्व का विकास करती हैं।
ऑर्गेनाइज़र के संपादक। श्री प्रफुल्ल केतकर ने “कृतित्व” (स्वभावानुसार कर्म) पर युवाओं से संवाद किया और भारतीय दर्शन में कर्म के महत्व पर प्रकाश डाला। अंतिम सत्र में सभी वक्ताओं ने सहभागिता की और युवाओं के साथ समसामयिक विषयों पर संवाद किया। इस सत्र में युवाओं ने अपने कर्तव्यों और वर्तमान मुद्दों पर प्रश्न पूछे।कार्यक्रम में भारत के एकमात्र संस्कृत बैंड ‘ध्रुवा बैंड’ ने अपनी अनूठी संगीत प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।”यूथ एंड धर्म 2025″ कार्यक्रम ने युवाओं में कर्तव्यबोध जागृत करने और उन्हें भारतीय सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक मूल्यों से जोड़ने का सफल प्रयास किया।