प्रवीण दुबे
प्रहलाद पटेल, राव उदय प्रताप सिंह, रीति पाठक, राकेश सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ये कुछ नाम ऐसे हैं जो भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व के लिए फिलहाल परेशानी का सबब बने हुए हैं, परेशानी इस लिए नहीं की इन नेताओं द्वारा कोई पार्टी विरोधी गतिविधि को अंजाम दिया जा रहा है बल्कि इसलिए क्यों कि इनकी राजनीतिक वरिष्ठता इतनी अधिक है कि पार्टी नेतृत्व नवगठित डॉ मोहन यादव सरकार में इन्हे कहां एडजस्ट किया जाए इसपर निर्णय नहीं ले पा रही है और यही वजह हैं कि मध्यप्रदेश में सरकार बने 20 दिन और मुख्यमंत्री तथा दो उपमुख्यमंत्री घोषित हुए 9 दिन गुजरने के बाद मंत्रिमंडल से कुहासा हटा नहीं है।
गुरुवार को सुबह से ही यह चर्चा थी कि दोपहर बाद मुख्यमंत्री के दिल्ली जाने बाद मंत्रिमंडल के नाम सामने आ जाएंगे लेकिन अभी खबर लिखे जाने तक मंत्रिमंडल का गतिरोध जस का तस बना हुआ है।
सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री डॉ यादव के भोपाल में विधाई कार्यों में उलझने के कारण दोपहर दिल्ली जाने में विलंब हुआ है। यही कारण है कि दिल्ली में पार्टी हाईकमान के साथ उनकी प्रस्तावित बैठक खबर लिखे जाने तक प्रारंभ नहीं हो सकी हैं।
सूत्रों के अनुसार दिल्ली से जो खबरें आ रही हैं कि आज रात्रि मध्यप्रदेश नेताओं के साथ डिनर का कार्यक्रम है। संभावना है कि डिनर के बाद मुख्यमत्री के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अमित शाह आदि के साथ मंत्रि मंडल के नामों पर चर्चा हो सकती है।
सूत्रों का यह भी कहना है कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंत्रिमंडल की सूची तैयार कर ली है। लेकिन इस सूची पर अंतिम मुहर दिल्ली से ही लगने वाली है। देखना दिलचस्प होगा कि प्रहलाद पटेल, राव उदय प्रताप सिंह, रीति पाठक, राकेश सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को लेकर जेपी नड्डा और अमित शाह क्या ज़िम्मेदारी तय करती है।
यह भी चर्चा है कि भाजपा की दिल्ली में 22 और 23 बड़ी बैठक तय है इसमें भी यह विषय आ सकता है ऐसा इसलिए क्यों कि मधयप्रदेश के तमाम वरिष्ठ नेताओं की यदि केन्द्र में भूमिका तय होती है तो मध्यप्रदेश की ज़िम्मेदारी से वो बाहर किए जाएंगे।
वैसे भी भाजपा एक व्यक्ति एक पद के नियम को मानती है। यदि यह विषय बड़ी बैठक में आता है तो मधयप्रदेश मंत्रिमंडल की घोषणा दो दिन टल भी सकती है लेकिन इतना तो तय है कि इसपर बड़ी बैठक से पहले मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह के बीच मंथन होगा और इसी लिए मुख्यमंत्री दिल्ली पहुंचे हैं।