सुस्ती के दौर से गुजर रही भारतीय अर्थव्यवस्था को एक और झटका लगा है. दरअसल, चालू वित्त वर्ष (2019-20) की दूसरी तिमाही में भारत की विकास दर में बड़ी गिरावट आई है. अब जीडीपी का आंकड़ा 4.5 फीसदी पहुंच गया है. यह किसी एक तिमाही में 7 साल की सबसे बड़ी गिरावट है.
इससे पहले मार्च 2013 तिमाही में देश की जीडीपी दर इस स्तर पर फीसदी पर थी. बता दें कि चालू वित्त वर्ष (2019-20) की पहली तिमाही में जीडीपी की दर 5 फीसदी पर थी. इस लिहाज से सिर्फ 3 महीने के भीतर जीडीपी की दर में 0.5 फीसदी की गिरावट आई है.
राजकोषीय घाटा के मोर्चे पर भी झटका
सरकार को राजकोषीय घाटा के मोर्चे पर भी झटका लगा है. चालू वित्त वर्ष के पहले 7 महीनों (अप्रैल से अक्टूबर के बीच) राजकोषीय घाटा लक्ष्य से ज्यादा 7.2 ट्रिलियन रुपये (100.32 अरब डॉलर) रहा. वहीं अप्रैल से अक्टूबर की अवधि में सरकार को 6.83 ट्रिलियन रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ जबकि खर्च 16.55 ट्रिलियन रुपये रहा.