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माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय में भी घोटाले की तलाश में कमलनाथ, कई बड़े निर्णय ,प्रतिनियुक्ति समाप्ति से हड़कम्प

Pro. Dwivedi takes charge of registrar
  1. दीपक शर्मा की मूल विभाग में ग्वालियर वापसी ,जनसंचार विभाग के एचओडी प्रो. संजय द्विवेदी से रजिस्ट्रार का दायित्व वापस ले लिया .
  2. डिप्टी रजिस्ट्रार दीपेंद्र सिंह बघेल को कार्यवाहक रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया

भोपाल .  मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद अब माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय पूरी तरह निशाने पर आ गया है खबर है कि  वर्तमान में इस विश्वविद्यालय के  1600 से अधिक स्टडी सेंटर हैं। इनको मान्यता देने में गड़बड़ी  की संभावना  को सरकार टटोल रही है । सरकार का जहां एकओर यह मानना है कि पिछले 10 वर्षों में यह संस्थान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारों को प्रेषित करने का केंद बन गया था वहीं संघ विचारों वाले तमाम लोगों की यहां नियुकितियाँ भी की गईं इसको लेकर सारे नियम कानून भी दरकिनार कर दिये गए। अव बदले हुए राजनीतिक परिवेश में ये निशाने पर आ गए हैं।

 इसी के चलते जनसंचार विभाग के एचओडी प्रो. संजय द्विवेदी से रजिस्ट्रार का दायित्व वापस ले लिया है। कुलपति पी. नरहरि के निर्देश यह कार्रवाई की गई। वहीं, डिप्टी रजिस्ट्रार दीपेंद्र सिंह बघेल को कार्यवाहक रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है।

उधर दीपक शर्मा को  उनके मूल विभाग भेजने का आदेश भी जारी कर दिया गया है। इनके कार्यकाल में पत्रकारिता विवि में स्टडी सेंटर की संख्या बढ़कर दोगुना हो गई है। वर्तमान में 1600 से अधिक स्टडी सेंटर हैं। इनको मान्यता देने में गड़बड़ी होने की संभावना जताई जा रही है। उधर, डीसीए की ऑनलाइन परीक्षा कराने के लिए हुए टेंडर में भी प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं।  यदि इस मामले की जांच होती है तो गड़बड़ी उजागर हो सकती है।

 उधर, विभिन्न शैक्षणिक डिपार्टमेंट में 30 हजार के मासिक वेतन पर 6-6 महीने नियुक्त की जाने वाली फैकल्टी का कॉन्ट्रेक्ट खत्म कर दिया है। हालांकि, इन्हें तत्कालीन कुलपति जगदीश उपासने द्वारा ही इन्हें हटाने की कार्रवाई की जा चुकी थी।

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