17 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विधानसभा में गए थे। सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए थे। तब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, उनके साथी विधायक सज्जन सिंह वर्मा, मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा और प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा भी बैठक में हुए शामिल थे। इसी दिन फिर वे उज्जैन गए थे। महाकाल मंदिर के दर्शन किए थे। कैबिनेट मिनिस्टर मोहन यादव भी साथ में उज्जैन गए थे। वहीं, कलेक्टर कार्यालय में कोरोना के लेकर समीक्षा की थी।शिवराज सिंह चौहान 20 जुलाई को ग्वालियर गए थे। वहां केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की थी। ग्वालियर से लौटकर उन्होंने कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की थी। कोरोना के लेकर भी समीक्षा बैठक की थी। साथ ही कलेक्टर पुलिस अधीक्षक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की थी। सामान्य प्रशासन विभाग के अफसरों के साथ भी बैठक की थसीएम 21 जुलाई को सीएम लखनऊ गए थे। राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम में हुए थे। सीएम के साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा और सुहास भगत भी थे।सीएम चौहान ने 22 जुलाई को मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक की थी, जिसमें सरकार के सभी मंत्री मौजूद थे। इसी दिन मुख्यमंत्री ने आधा दर्जन मंत्रियों के साथ वन टू वन चर्चा की. जिसमें बृजेंद्र प्रताप सिंह, तुलसीराम सिलावट, मीना सिंह, कमल पटेल, एंदल सिंह कंसाना, गोविंद सिंह राजपूत शामिल थे।इस चर्चा में ओमप्रकाश सकलेचा, विश्वास सारंग, प्रभु राम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रदुम सिंह तोमर, उषा ठाकुर, मोहन यादव, हरदीप सिंह डंग, इंदर सिंह परमार और बृजेंद्र सिंह यादव शामिल थे। इसी दिन बीजेपी दफ्तर में कांग्रेस विधायक नारायण पटेल की सदस्यता कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे। कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा भी शामिल थे।
24 जुलाई को सीएम ने कोरोना के लेकर समीक्षा बैठक की और सरकारी भूमि के प्रबंधन को लेकर राजस्व, नगरी प्रशासन विभाग के अफसरों के साथ चर्चा की।