मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि, ‘1 नवंबर से 89 जनजातीय ब्लॉक में हर घर में राशन पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि आदिवासी जनजातियों को अपना काम छोड़कर अनाज के दुकानों पर आने की जरूरत नहीं है. इसके लिए उनके वाहनों का इस्तेमाल किया जाएगा औऱ हर घर में राशन पहुंचाया जाएगा.’
जबलपुर में स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेने वाले जनजातीय नेताओ के सम्मान में शनिवार को आयोजित गौरव दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जनता संबोधित किया. इस मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि जनजातीय विकास के लिए काम केवल भाजपा सरकार द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमत्री बने तब जनजातीय समुदाय के लिए मंत्रालय का पहली बार गठन हुआ था.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान जनजातीय समुदाय के छात्रों के लिए दी जाने वाली स्कालरशिप 200-300 रुपये प्रति माह थी जो बाद में भाजपा सरकार के दौरान बढकर 12000-1300 रुपये हो गई है. उन्होंने कहा, ‘जनजातीय समुदाय को उनकी खोई हुई पहचान वापस दिलाने का संकल्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया है और उनके सपनों को साकार करना हमारा कर्तव्य है.’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ऊंची ब्याज दरों के कारण पिछड़ी जनजाति के भाई-बहनों का शोषण होता है औऱ इसलिए प्रभावी कानून बनाकर जनजाति क्षेत्रों में साहूकारी का धंधा करने वालों के लिए ब्याज की दरें भी निर्धारित कर दी है. अब तय दरों से अधिक ब्याज लेने वालों को दंड दिया जाएगा.’
समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जनजातियों का कल्याण नहीं करने का आरोप लगाया. शाह ने कहा कि कांग्रेस ने जनजातीय कल्याण की बात उनके वोट लेने के लिए की और उनकी भावनाओं को बांटा. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जनजातियों के विकास के लिए कटिबद्ध है।