ग्वालियर में आज कांग्रेस का बड़ा विकेट गिर गया है 3 बार के पार्षद , कांग्रेस के जिला महामंत्री रह चुके वर्तमान जिला उपाध्यक्ष तथा कांग्रेस सरकार के समय वह जिला सरकार के नगरीय विकास समिति के चेयरमैन व योजना मंडल के सदस्य रहे जमीनी व हंसमुख स्वभाव वाले नेता आनंद शर्मा ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। उन्होने कांग्रेस की वर्तमान रीति नीतियों व जिला नेतृत्व की मनमानी , उपेक्षा से आहत होकर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में बहुत कुछ नजरअंदाज किया लेकिन अब पार्टी ने मेरे आराध्य प्रभु श्री राम का ही विरोध कर दिया तो ऐसी जगह रहने का क्या मतलब है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह जल्द ही केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की अगुआई में भाजपा में शामिल हो रहे हैं। आज दिल्ली में आनंद शर्मा ने अपने आदर्श व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात कर अपने निर्णय की जानकारी दी।
कभी कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे आनंद शर्मा ग्वालियर जिले में कांग्रेस के एक मजबूत नेता हैं। आनंद शर्मा ने एक न्यूज वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में स्वीकार किया कि उन्होने कांग्रेस से अपना इस्तीफा जिलाध्यक्ष डा देवेन्द्र शर्मा को भेज दिया है। शर्मा ने कहा कि वह 45 वर्ष से कांग्रेस में थे और निष्ठावान कार्यकर्ता थे,उन्होने पार्टी के लिये अपने व्यक्तिगत अपमान भी सहे, उन्हें जिला कांग्रेस द्वारा परेशान भी किया गया लेकिन कभी भी वह कांग्रेस से विमुख नहीं हुये, वह काम करना चाहते हैं और पार्टी के नेता खाली बैठकर केवल तालियां बजाने का काम कर रहे हैं। अब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी राजीव गांधी व पीवी नरसिम्हाराव की रीति नीतियों से कांग्रेस भटक गई है। अब राम मंदिर पर भी चुप बैठना समझ में नहीं आता, जबकि राम मंदिर के लिये इंदिरा, राजीव व नरसिम्हाराव ने स्वयं प्रयास भी किये थे। कांग्रेसियों को यह सब बताने के लिये जनता के बीच जाना चाहिये था। आनंद शर्मा ने कहा कि अब वह भाजपा में जा रहे हैं, अब पुरानी कहानी नहीं दोहराना चाहते
उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में बहुत कुछ नजरअंदाज किया लेकिन अब पार्टी ने मेरे आराध्य प्रभु श्री राम का ही विरोध कर दिया तो ऐसी जगह रहने का क्या मतलब है।