कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) पर।जम्मू काश्मीर की मिलीजुली संस्कृति को खत्म करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि दोनों संगठन लोगों के बीच प्यार और भाईचारे को खत्म कर रहे हैं। एक दिन पहले ही माता वैष्णो देवी के दरबार से लौटे राहुल ने बीजेपी-आरएसएस को निशाना बनाते हुए यह भी कह डाला कि देवी लक्ष्मी, दुर्गा और सरस्वती की शक्ति कम हो गई है।
जम्मू के त्रिकुटा नगर में गुलाम नबी आजाद सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप लोगों के बीच जो प्यार और भाईचारा है उसे बीजेपी और आरएसएस की ओर से खत्म किया जा रहा है। वे जम्मू-कश्मीर की समावेशी संस्कृति को तोड़ना चाहते हैं। यह आपको कमजोर बना रहा है। आप खुद इसे देख सकते हैं कि केंद्र शासित प्रदेश की अर्थव्यवस्था, पर्यटन और कारोबार पर बुरा असर हुआ है।”
राहुल गांधी ने कहा कि देवी दुर्गा रक्षा करने वाली ताकत की प्रतीक हैं तो देवी लक्ष्मी किसी के लक्ष्य को प्राप्त करने की शक्ति का प्रतीक हैं और देवी सरस्वती ज्ञान की शक्ति हैं। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी की अगुआई वाली केंद्र सरकार की नीतियों, नोटबंदी और जीएसटी ने देश में देवी लक्ष्मी की शक्ति कम कर दी है। उन्होंने यह भी दावा किया कि नए कृषि कानूनों ने देवी दुर्गा की शक्ति कम कर दी है। राहुल ने आगे कहा ”जब बीजेपी और आरएसएस के किसी व्यक्ति को शैक्षणिक संस्थाओं में नियुक्त किया जाता है तो देवी सरस्वती की शक्ति कम होती है।”
केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि देवी दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती का आशीर्वाद देश पर कम हो गया है। उन्होंने कहा, ”कल मैं मंदिर (वैष्णो देवी) गया था, जहां मैंने तीन देवियों को देखा। दुर्गा जी, लक्ष्मी जी और सरस्वती जी। दुर्गा शब्द दुर्ग से बना है और देवी दुर्गा का मतलब उस शक्ति से है जो रक्षा करती है। देवी लक्ष्मी वह शक्ति हैं जो किसी को लक्ष्य प्राप्ति में मदद करती है। देवी सरस्वती शिक्षा और ज्ञान की शक्ति दिखाती हैं। जब देश में यह तीनों शक्तियां होती हैं तो देश समृद्ध होता है