ग्वालियर से किडनैप हुए 7 साल के बच्चे शिवाय को लगभग 13 घंटे की खोजबीन के बाद रात में मुरैना के माता बसैया इलाके से बरामद किया है। बाइक सवार बदमाश शिवाय को यहां बंशीपुरा गांव में एक ईंट भट्टे के पास छोड़कर भाग गए थे
पुलिस ने बच्चे को अपनी निगरानी में लिया है। बच्चे को उसके मां-पिता से वीडियो कॉल पर बात भी कराई है। शिवाय के बरामद होने की खुशी मिलते ही उसको लेने उसके परिजन मुरैना के माता बसैया के लिए रवाना हो गए ।
शिवाय के पिता राहुल गुप्ता ने बताया कि बच्चे से उनकी बातचीत हो गई है। वह सकुशल है। उन्होंने पुलिस को तत्काल एक्शन पर धन्यवाद दिया और पुलिस की सराहना की है।
बशीपुरा गांव में शिवाय एक जगह पर खड़ा था। वह रो रहा था। तभी वहां से एक टमटम (ई-रिक्शा) वाला निकला। उसने बच्चे को रोते हुए देखा। जब उसने बच्चे को गौर से देखा तो पहचान लिया कि यह तो ग्वालियर से किडनैप किया हुआ बच्चा ही है। उसने बच्चे को काजीबसई गांव के सरपंच को सौंप दिया। सरपंच ने बच्चे के माता-पिता से संपर्क किया।
पुलिस बदमाशों की आखिरी लोकेशन लक्ष्मणगढ़ के पास मिली , जहां घेराबंदी की जा रही है। शुरुआती जांच में मुरैना की गैंग पर संदेह है। रात 8.30 बजे तक अगवा बच्चे शिवाय के परिवार को फिरौती के लिए कोई कॉल नहीं आया था । भिंड एसपी ने आरोपियों पर 2 लाख का इनाम रखा है। वहीं, ग्वालियर आईजी अरविंद सक्सेना ने आरोपियों पर 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।
प्रभारी मंत्री ने बच्चे के सकुशल मिलने पर जताया आभार
ग आज सुबह सीपी कॉलोनी मुरार से अपहृत हुए बच्चे शिवाय के सकुशल मिलने पर जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने पुलिस, प्रशासन, मीडिया एवं ग्वालियर के सेवाभावी नागरिकों के प्रति आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है पुलिस एवं सभी के साझा प्रयासों से यह सफलता मिली है।
प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने इसके लिए डीजीपी श्री कैलाश मकवाणा, आईजी ग्वालियर श्री अरविन्द सक्सेना, डीआईजी श्री अमित सांघी, कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान तथा ग्वालियर सहित मुरैना, भिण्ड व अन्य समीपवर्ती जिले की पुलिस के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया है। साथ ही त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस की सराहना की है।
यह थी घटना
शिवाय को मां आरती रोज मुरार 7 नंबर चौराहे के निकट गली के कॉर्नर पर बस तक छोड़ने जाती थी । गुरुवार को वह 8.05 बजे घर से बेटे का हाथ पकड़कर गली के कॉर्नर के लिए निकली थी। आरती के एक हाथ में शिवाय का स्कूल बैग था, दूसरे हाथ से उसे पकड़े हुए थी। वह बमुश्किल 150 फीट की दूरी पर ही गई थी और बस पॉइंट चंद कदमों की दूरी पर था, तभी अचानक पीछे से किसी ने उनके चेहरे पर हाथ फेरा।
आरती को लगा कि कोई मजाक कर रहा है। वह कौन है, कौन है, कहती रहीं और पीछे से एक नकाबपोश ने उनके चेहरे पर मिर्च पाउडर डाल दिया। इसके बाद बदमाश धक्का देकर उनके मासूम बेटे को छीन ले गया। बदमाश के धक्के से आरती सड़क पर गिरकर घायल हो गई थीं। जब तक उठ पातीं बदमाश उनके बेटे को लेकर भाग चुके थे।