प्रवीण दुबे
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने कार्यों की धीमी प्रगति पर जताई नाराजगी
देरी के लिए जिम्मेदार सहायक यंत्री व उपयंत्रियों को कारण बताओ नोटिस देने के दिए निर्देश
ग्वालियर / सिर पर खड़े मानसून और शहर में ठप्प पड़े महाराज बाडा क्षेत्र में निर्माणाधीन मल्टी लेवल पार्किंग सहित अन्य कार्यों में हो रही अनावश्यक देरी ने कलेक्टर रुचिका चौहान का गुस्सा बढ़ा दिया इस ढील पोल पर गुस्साई कलेक्टर ने आज स्मार्ट सिटी की सीईओ श्रीमती नीतू माथुर की क्लास लगाते हुए सख्त चेतावनी दे डाली ।
शब्दशक्ति न्यूज से बोलीं कलेक्टर रुचिका चौहान स्मार्ट सिटी सीईओ नीतू माथुर नहीं हैं एक्टिव
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में मिली कमियों को लेकर आज शब्द शक्ति न्यूज ने कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान से बातचीत की और उनकी नाराजगी के बारे में पूछा तो उन्होंने सीधे सीधे स्मार्ट सिटी के तमाम प्रोजेक्ट के विलंब के लिए स्मार्ट सिटी सीइओ नीतू माथुर को जिम्मेदार ठहराया कलेक्टर रुचिका चौहान ने कहा कि तमाम प्रोजेक्ट पूरा कराने के लिए जो तत्परता अर्थात स्ट्रिक्टनेस दिखाना चाहिए वो नहीं दिखाई देती। उन्होंने कहा कि बरसात नजदीक है उसके बावजूद महाराज बाड़े की निर्माणाधीन मल्टी लेवल पार्किंग सहित अन्य कार्यों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है उन्होंने कहा कि समय रहते जरूरी कार्य पूर्ण नहीं हुए तो बरसात बड़ी समस्या बन जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्य की प्रतिदिन मॉनिटरिंग करना होगी और इसके लिए नीतू माथुर को सजगता से काम करने की जरूरत है और इसके लिए हमने उन्हें सचेत किया है। कलेक्टर ने कहा कि संबंधित सहायक यंत्री व उपयंत्रियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश उन्होंने दिए हैं। साथ ही कहा कि स्मार्ट सिटी के अधीक्षण यंत्री, कार्य पालन यंत्री, सहायक यंत्री व उपयंत्री दफ्तर में न बैठें, कार्य स्थल पर मौजूद रहें और यदि वे ऐसा नहीं करते तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने आज स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक आहूत करके साफ शब्दों में कहा कि स्मार्ट सिटी के निर्माणाधीन कार्यों को समय पर व गुणवत्ता के साथ पूरा कराने के लिए हर कार्य की प्रतिदिन की कार्ययोजना बनाएँ। साथ ही कार्ययोजना पर गंभीरता से अमल करें। इसमें कोई ढिलाई न हो। जो ठेकेदार (निर्माण कंपनी) वर्क प्लान के अनुसार काम न करे उस पर पैनल्टी लगाएँ।
उन्होंने महाराज बाडा क्षेत्र में निर्माणाधीन मल्टी लेवल पार्किंग सहित अन्य कार्यों में हो रही अनावश्यक देरी पर नाराजगी जताई और संबंधित सहायक यंत्री व उपयंत्रियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि स्मार्ट सिटी के अधीक्षण यंत्री, कार्य पालन यंत्री, सहायक यंत्री व उपयंत्री दफ्तर में न बैठें, कार्य स्थल पर मौजूद रहें।
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने स्मार्ट सिटी की सीईओ श्रीमती नीतू माथुर व अधीक्षण यंत्री श्री सुबोध खरे को निर्देश दिए कि स्मार्ट सिटी के शेष कामों को पूरा कराने के लिए हर दिन व हर हफ्ते का वर्क प्लान बनाकर उसका कड़ाई से पालन कराएँ। उन्होंने कहा कि वर्क प्लान के अनुसार हर कार्य पर प्रतिदिन निर्धारित श्रमिक, मशीनें व मटेरियल उपलब्ध रहना चाहिए। कलेक्टर ने फोटोग्राफ सहित प्रत्येक कार्य की भौतिक व वित्तीय प्रगति प्रस्तुत करने के निर्देश अधीक्षण यंत्री को दिए हैं। साथ ही स्पष्ट किया कि यदि कार्यों में अपेक्षित प्रगति सामने नहीं आई तो उपयंत्रियों व सहायक यंत्रियों के साथ-साथ कार्यपालन यंत्री व अधीक्षण यंत्री भी जवाबदेह होंगे।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती चौहान ने स्मार्ट सिटी के कार्यो की एक-एक कर बारीकी से समीक्षा की। इन कार्यों में शिक्षा नगर में निर्माणाधीन स्कूल भवन, आईएसबीटी (अंतर राज्यीय बस अड्डा), शासकीय मुद्रणालय व पुराने नगर निगम कार्यालय भवन का जीर्णोद्धार, निर्माणाधीन स्मार्ट वाशरूम, शहर के प्रवेश द्वार, कटारे फॉर्म हाउस क्षेत्र में थीम पार्क (डिजनी,ट्रेफिक, फॉरेस्ट व विज्ञान थीम ) व कनवेंशन सेंटर, ग्वालियर किले पर फसाड लाइटिंग, पड़ाव-हजीरा रोड, गुड़ी गुडा का नाका- चिरवाई रोड, न्यू कलेक्ट्रेट से रेल्वे ट्रेक होते हुए चन्द्रवदनी नाका रोड, महाराज वाड़े पर मल्टी लेवल पार्किंग, डिजिटल म्यूजियम, शहर के तिराहों-चौराहों की लेफ्ट टर्न फ्री करने का काम, नगर निगम म्यूजियम अपग्रेडेशन, ललित कला संस्थान में ऑडोटोरियम का निर्माण एवं रूफ टोप सोलर पैनल का कार्य सहित स्मार्ट सिटी के अन्य कार्य शामिल हैं। स्मार्ट सिटी की सीईओ श्रीमती नीतू माथुर ने स्मार्ट सिटी के कार्यों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
आईएसबीटी के सुव्यवस्थित संचालन के लिए पुख्ता प्लान बनाएँ
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने स्मार्ट सिटी की सीईओ को निर्देश दिए कि नगर निगम के साथ समन्वय बनाकर आईएसबीटी (अंतर राज्यीय बस अड्डा) के सुव्यवस्थित संचालन के लिए पुख्ता प्लान तैयार करें। स्थिति स्पष्ट होना चाहिए कि आईएसबीटी का संचालन नगर निगम करेगा या फिर कोई और एजेंसी। उन्होंने कहा इसी तरह स्मार्ट सिटी की अन्य परियोजनाओं के पूर्ण होने के बाद उनके संचालन की कार्य योजना भी पहले से ही तैयार कर लें।