Homeसम्पादकीयशहीदों को सादर नमन, वंदेमातरम

शहीदों को सादर नमन, वंदेमातरम

सम्पादकीय

आज बहुत खुशी का दिन है हम अपनी स्वतंत्रता की 74 वीं वर्षगांठ मना रहे हैं कुछ घण्टों बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लालकिले की प्राचीर से राष्ट्रध्वज फहराएंगे कुछ कल्याणकारी योजनाओं की घोषणाएं भी वे करंगे देश पर मर मिटने वाले जाबांजों की शहादत को नमन किया जाएगा। निःसन्देह यह खुशी का दिन है लेकिन इस वर्ष जिन विषम परिस्थितियों के बीच स्वतन्त्रता दिवस पड़ रहा है वो बहुत गम्भीर है। देश में कोरोना संक्रमण से अब हर रोज 800 से एक हजार लोगों की जान जा रही है। अगर मरने वालों की यही रफ्तार रही तो शनिवार को यह आंकड़ा 50 हजार के पार हो जाएगा। भारत में संक्रमण के चलते पहली मौत 11 मार्च को हुई थी। इस हिसाब से यहां 157 दिन में मरने वालों की संख्या 50 हजार के पार हो सकती है। इनमें तमाम वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने ने कोरोना से अपने देशवासियों की रक्षा के लिए कर्तव्यपथ पर चलने को महत्वता दी और नर सेवा नारायण सेवा के बोधवाक्य को कृतिरुप में प्राणोत्सर्ग कर चरितार्थ कर गए। आज के दिन इन कोरोना वारियर्स को हमें सलाम करना चाहिए। कोरोना महामारी की इस विभीषिका के अलावा  इस स्वतंत्रता दिवस के पहले कुछ महीनों में हमारी भारतमाता ने ऐसा बहुत कुछ देखा व साहा है जो मन को आहत करने वाला कहा जा सकता है। देश में झूठ का सहारा लेकर दंगे भड़काने का सच सामने आया देश की राजधानी दिल्ली इसका सबसे बड़ा केंद्र रहा शरजील और ताहिर जैसे देशतोड़ू चेहरे बेनकाब हुए तो यह सच भी मन को आहत कर गया की कैसे हमारे JNU, जामिया,AMU जैसे तमाम बड़े शिक्षा संस्थानों में देश तोड़ने वाली शक्तियां  विषबेल की तरह हरिया रही है,टुकड़े टुकड़े गैंग के देशद्रोही खुलेआम भारत तेरे टुकड़े होंगे और हमें चाहिए आजादी के नारे बुलंद करते हैं और हम कुछ नहीं कर पाते आखिर क्यों ? क्यों हमारे देश के तमाम कथित बुद्धिजीवी कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के एक साल बाद भी विधवा विलाप करते देखे जा सकते हैं। भारत जैसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए यह घटनाक्रम निसन्देह चिंता का विषय कहा जा सकता है। स्वतंत्रता दिवस के दिन इसपर चिंतन बहुत जरूरी है। यह विचार करना भी बेहद आवश्यक है की भारत में उनके आराध्य देव भगवान राम की जन्मभूमि पर हिंदुओं को भव्य राममंदिर निर्माण के लिए पाँच सौ वर्षों से भी अधिक का संघर्ष करना पड़ा और जब देश की सर्वोच्च अदालत के निर्णय पर यह घड़ी आई तो न जाने कितने ओवैसी और आलम हमें धमकी देते दिखाई दे रहे हैं की वहां बाबरी मस्जिद थी है और रहेगी। साफ है इस देश में कुछ मुस्लिम कट्टरपंथी न तो सरकार न संविधान और न सर्वोच्च अदालत किसी की भी बात मानने तैयार नहीं हैं। वे अपना कट्टरपंथी एजेंडा इस देश में चलाना चाहते हैं। क्या यह सही है। क्या एक लोकतांत्रिक देश में यह बर्दाश्त किया जाना चाहिए ?  यह स्वतंत्रता दिवस इस मायने से भी महत्वपूर्ण है की कोरोना संकटकाल की विषम परिस्थितियों के बावजूद भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा को लेकर पूरी दुनिया में कड़ा संदेश देने में कामयाब रहा है। हमारे दुश्मन नंबर एक पाकिस्तान को हम घुटनों पर लाने में कामयाब रहे हैं वहीं कश्मीर में घुसपैठ बन्द हुई है साथ ही हमारे वीर जवान रोजाना अनेक आतंकवादियों को मौत की नींद सुला रहे है। पत्थरबाजी समाप्त हुई है जिंदगी पटरी पर लौट चुकी है। जहां तक चीन का सवाल है भारत के सैनिकों ने सीमा पर पर न केवल ईंट का जवाब पत्थर से दिया है बल्कि उसके तमाम सैनिकों की गर्दन तोड़कर उसे पीछे धकेलने में भी हम कामयाब रहे हैं। आज रक्षा क्षेत्र में रफेल विमानों की खरीदी व कई स्वदेशी व विदेशी हथियारों से लैस भारत पूरी दुनिया के सामने एक बड़ी ताकत बनकर उभरा है जो इस स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों के लिए बड़े गर्व की बात है। इतना सब होने के बावजूद आज देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती देश के भीतर हमारे और आपके बीच छुपे बैठे आस्तीन के सांपों को पहचानने की है। गाहे बगाहे इनके  काले कारनामे भारतमाता को कलुषित करते रहते हैं। जिस प्रकार राक्षस रावण के दस सिर थे उसी प्रकार ये देशतोड़ू ताकतें भी अपने दस सिरों वाली राक्षसी वृतियों से भारत के टुकडे टुकड़े करने का स्वप्न संजोए हैं। यह हमें और आपको जातियों अगड़े पिछड़ों के वर्गभेद में उलझाकर समरसता व सदभावना की डोर में गाँठ  डालकर अपना उल्लू सीधा करना चाहते हैं ।आइये स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर संकल्प लें की हमें जहां कहीं भी ऐसी देशतोड़ू ताकतो व आस्तीन में छुपे बैठे गद्दारों की संदिग्ध गतिविधियां दिखाई देंगी हम तुरंत इसका विरोध करेंगे साथ ही खुद को सुरक्षित रखते हुए इसकी सूचना पुलिस व उपयुक्त एजेंसियों तक पहुंचाएंगे। तभी हमारा देश व इसकी स्वतन्त्रता अक्षुण्य रह पाएंगी। सभी पाठकों शुभचिंतकों को shabdshaktinews की ओर से स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। शहीदों  को सादर नमन ,वंदेमातरम, भारतमाता की जय।

[email protected]

9425187667

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments