जम्मू: शिव भक्तों के लिए आज एक अच्छी खबर आई है. अमरनाथ यात्रा की पवित्र छड़ी मुबारक की पहली पूजा पांच जुलाई को पहलगाम में होगी. इस बात का खुलासा आज दशनामी अखाड़े के महंत दीपेंद्र गिरी ने किया.
महंत गिरी के अनुसार पांच जुलाई से पहलगाम के गौरी मंदिर में छड़ी मुबारक की स्थापना होगी और भूमि पूजा भी होगी. इसी के साथ शास्त्रों के अनुसार 2020 की अमरनाथ यात्रा शुरू मानी जाएगी. इस साल व्यास पूर्णिमा रविवार 5 जुलाई को पड़ रही है और इसी दिन से यात्रा की शुरुआत होगी.
इस के बाद अगले दो हफ्ते तक पवित्र छड़ी मुबारक को घाटी भर के विभिन मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए ले जाया जाएगा. 20 जुलाई को शंकराचार्य मंदिर और 21 जुलाई को शरीका भवानी मंदिर में छड़ी की स्थापना होगी. हालांकि इस साल की अमरनाथ यात्रा 23 जून से शुरू होनी थी लेकिन इस बार यात्रा पर कोरोनावायरस का खतरा मंडरा रहा है.
यात्रा का संचालन करने वाले अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यात्रा शुरू करने पर कोई अंतिम फैसला अभी तक नहीं लिया है. लेकिन सूत्रों के अनुसार इस साल की अमरनाथ यात्रा सिर्फ दो हफ्ते की हो सकती है जो 21 जुलाई से 3 अगस्त तक होने की संभावना है.
इस संभावना को देखते हुए वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए तयारियां भी शुरू हो गई हैं और बालटाल के रास्ते गुफा तक के रास्ते पर काम शुरू हो गया है. यहां पर बड़ी संख्या में मजदूर काम में जुट गए हैं जो यात्रा के पूरे ट्रैक पर बिछे मलबे और बर्फ को काट कर रास्ते बना रहे हैं. मजदूरों को उम्मीद है कि यात्रा की शुरुआत की घोषणा से पहले उनका काम पूरा हो जाए गा.
वही जम्मू कश्मीर के शहरी और स्थानीय इकाई विभाग के डायरेक्टर रियाज़ अहमद ने भी आज गांदरबल का दौरा करके यात्रा के लिए किए जा रहे इंतजामों की समीक्षा की. उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले महीने से यात्रा की संभावित शुरुआत से पहले सभी काम पूरे हो जाएंगे.
लेकिन यात्रा पर आखिरी फैसला अमरनाथ श्राइन बोर्ड और राज्य प्रशासन का होगा. महंत दीपेंदर गिरी के अनुसार बोर्ड के आदेश अनुसार यात्रा में आने के इच्छुक लोगों को कोविड नेगेटिव सर्टिफिकेट लाना पड़ेगा और सामाजिक दूरी और अन्य सरकारी आदेशों का पालन करना होगा.