भोपाल /मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान इन दिनों लगातार सुर्खियों में हैं। वे एक के बाद एक ऐसे बयान दे रहे हैं जो प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बने हुए हैं। उनके इन बयानों को लेकर जब आज पत्रकारों ने सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि इन बयानों के मायने निकालने वालों की सोच भी गहरी होनी चाहिए।
बता दें कि कुछ दिन पहले सीएम शिवराज ने सीहोर के एक कार्यक्रम में कहा कि ‘ऐसा भैया नहीं मिलेगा, जब मैं चला जाऊंगा तो बहुत याद आऊंगा’। इसके अलावा उन्होंने बुधनी के एक कार्यक्रम में कहा कि ‘मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि मैं चुनाव लड़ू या नहीं’। वहीं डिंडौरी की एक सभा में उन्होंने कहा कि ‘मुझे फिर से सीएम बनना चाहिए या नहीं’।
आचार संहिता लगने से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ताबड़तोड़ कार्यक्रम कर रहे हैं. कहीं भूमिपूजन तो कहीं लोकार्पण, कहीं सम्मेलन तो कहीं बैठक. इसके अलावा अपने पिटारे से घोषणाएं भी निकाल रहे हैं. इन सबसे साथ ही साथ सीएम इमोशनल कार्ड भी खेल रहे हैं.