भोपाल / सत्ता और संगठन के भीतर से छन कर आ रही खबरों के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने लिए मिनी मंत्रिमंडल तैयार कर लिया है।सूत्रों की मानें तो इसमें मंत्रियों की संख्या 10 से अधिक नहीं होगी।इसकी लिस्ट तैयार है। शिवराज सिंह चौहान के प्रस्तावित मिनी मंत्रिमंडल में ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे से पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को शामिल किया जा सकता है। भाजपा के सीनियर नेताओं में गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह, रामपाल सिंह, विजय शाह, गौरीशंकर बिसेन और मीना सिंह के नाम की चर्चा है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए वरिष्ठ नेता बिसाहूलाल काे भी मौका मिल सकता है। इस तरह मिनी मंत्रिमंडल में दलित और आदिवासियों का भी समावेश हो जाएगा।
सूत्रों का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इसे रजामंदी दे दी है। अब बस RSS की NOC और दिल्ली से अप्रूवल मिलना बाकी है। उम्मीद की जा रही है कि 20 अप्रैल के बाद मध्य प्रदेश के राजभवन में मिनी मंत्रिमंडल का औपचारिक शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा।
गौरतलब है कि CORONA कंट्रोल कीजिए लॉक डाउन के बीच कुछ गतिविधियां समानांतर रूप से शुरू हो गई हैं, मसलन गेहूं की खरीदी आदि। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, कृषि एवं सहकारिता, पंचायत के साथ वित्त व वाणिज्यिक कर विभाग में गतिविधियां बढ़ गई हैं। इसी को देखते हुए मंत्रिमंडल में सीनियर मंत्री रहेंगे, जिन्हें पूर्व का अनुभव है। इसी के मद्देनजर छोटा मंत्रिमंडल बनाए जाने पर सहमति बन रही है। इसके पीछे एक बड़ा कारण यह भी है कि यदि पूरा मंत्रिमंडल बनाने की तैयारी शुरू कर दी तो फिर इतने काम और विवाद शुरू होंगे, कम से कम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 1 सप्ताह तक कोई दूसरा काम नहीं कर पाएंगे।