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शिव पार्वती की भक्ति में डूबे श्रद्धालु , अचलेश्वर महादेव की गुलाबी छटा ने भक्तों का मन मोहा,लगी दर्शनार्थियों की लंबी लाइन

पूरे देश की तरह मध्यप्रदेश में भी शिव पार्वती विवाह को समर्पित महाशिवरात्रि की धूम है । मध्यप्रदेश में महाकालेश्वर  ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंगों पर रात्रि से ही विविध प्रकार से भूतभावन का शृंगार व पूजा जारी है।भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में महाशिवरात्रि

 

की भव्य छटा देखने को मिल रही है। लाखों भक्त यहां दर्शन को पहुंच रहे हैं।  सुबह 3 बजे से ही महाकाल मंदिर के पट खोल दिए गए हैं। सबसे पहले भस्म आरती हुई। बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। पट खुलते ही चार धाम मंदिर पर श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। पुलिस के मेटल डिटेक्टर और कुछ बैरिकेड्स गिर गए। यह स्थिति ज्यादा देर नहीं रही, पुलिस ने व्यवस्था संभाल ली।

भस्म आरती में सबसे पहले भगवान महाकाल को पण्डे पुजारियों ने जल चढ़ाया। इसके बाद पंचामृत अभिषेक पूजन में दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से अभिषेक किया गया। भांग से अद्भुत श्रृंगार किया गया। सुबह 5.30 बजे से आम भक्तों के लिए दर्शन शुरू हुए। 9.30 बजे तक 4 घंटे में 70 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। कतार 1 किलोमीटर लंबी है।

महाशिवरात्रि पर महाकाल मंदिर में आज रात (मंगलवार) 11 बजे से गर्भगृह में श्री महाकालेश्वर भगवान की महापूजा और अभिषेक, भस्म धूलन, रुद्राक्ष माला धारण, भू शुद्धि, भूत शुद्धि, अंतर्मात्रिका, बर्हिर्मात्रिका, महान्यास, लघुन्यास, रूद्र पूजन, पंचवत्र पूजन होगा। श्री महाकालेश्वर बाबा को शिव सहस्त्र नामावली से बिल्वपत्र अर्पित किए जाएंगे। महाकाल का पंचामृत और विभिन्न प्रकार के फलों के रस से अभिषेक होगा।

बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन का महाकाल मंदिर दक्षिणमुखी है। साथ ही भस्म आरती की परम्परा के चलते इसका महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। देशभर से श्रद्धालु आज उज्जैन पहुंच रहे हैं। देर रात 2 बजे से मंदिर के बाहर लाइन लगनी शुरू हो गई थी। अब 2 मार्च को रात्रि की शयन आरती के बाद पट बंद होंगे।

महाकाल की नगरी उज्जैन में ‘शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव’ में 21 लाख दीप जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा। साथ ही प्रदेश के विभिन्न जिलों में ‘महादेव’ उत्सव का आयोजन कर भगवान शिव को भक्ति सुमन अर्पित किए जाएंगे। भगवान शिव हम सभी के आराध्य है। उनकी स्तुति और आराधना से प्रदेश में सुख, समृद्धि और विकास की कामना की जायेगी।

संस्कृति, पर्यटन और अध्यात्म मंत्री उषा ठाकुर ने सोमवार को बताया कि मुख्यमंत्री चौहान की मंशा अनुसार महाशिवरात्रि का पावन पर्व पूरे प्रदेश में उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों को महाशिवरात्रि पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी है। संस्कृति विभाग प्रदेश में शिव आराधना के 9 प्रमुख शहरों में शिव-सत्य की कला अभिव्यक्तियाँ -“महादेव उत्सव” मनाएगा। महू इंदौर, कुंडेश्वर धाम टीकमगढ़, त्रिवेणी कला संग्रहालय उज्जैन, सिद्धनाथ मंदिर पन्ना, भोजपुर मंदिर, आमखेड़ाकालू विदिशा, पशुपतिनाथ मंदिर मंदसौर, ओंकारेश्वर और महेश्वर में स्थानीय प्रशासन के सहयोग से आमजन के साथ महादेव उत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान भगवान शिव को समर्पित विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और बौद्धिक गतिविधियाँ होंगी। साथ ही प्रदेश के विभिन्न स्थानों और प्रमुख मंदिरों में महाशिवरात्रि का पावन पर्व पूरी श्रद्धा और उत्साह से मनाया जाएगा।

ग्वालियर के अचलेश्वर महादेव पर रात्रि से ही कतार

ग्वालियर के अचलेश्वर महादेव मंदिर पर मेले का माहौल है यहां मंदिर को गुलाबी स्वरूप देकर

भोलेनाथ का शृंगार किया गया है। रात्रि 12 बजे के बाद से ही यहां दर्शनार्थियों की लंबी कतार लगने लगी

थी। समाचार लिखे जाने तक  यहां एक किलोमीटर से अधिक लम्बी लाइन के साथ भोलेनाथ के जयकारे

गूंज रहे थे।

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