देश के मूर्धन्य संगीत साधकों का आईकॉम सेंटर पर किया गया सम्मान
ग्वालियर / इंटरनेशनल सेंटर ऑफ मीडिया एक्सीलेंस श्रीमती प्रवीणा पाण्डेय मेमोरियल (आईकॉम) सेंटर पर सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जहां देश के मूर्धन्य संगीत साधक सम्मानित किए गए।
कार्यक्रम के मुख्यअतिथि पुणे के प्रख्यात संगीत साधक एवं शास्त्रीय गायक पंडित विकास कशालकर थे। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत प्रस्तावित भारतीय कला संस्थान ग्वालियर में स्थापित कराने के लिए सामूहिक प्रयास होने चाहिएं। ग्वालियर घराना का संगीत से पुराना नाता है और यूनेस्को भी सिटी और म्यूजिक का दर्जा दे चुका है। ऐसे में कला संस्थान ग्वालियर के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
क्योंकि संगीत के क्षेत्र में तानसेन और ग्वालियर घराना दोनों ही दुनिया में प्रतिष्ठित हैं। मानसिंह तोमर और तानसेन के बाद सिंधिया परिवार ने संगीत को जो प्रश्रय देकर बढ़ाया ग्वालियर घराना उसी की देन है, जो देश दुनिया में आज सर्वाधिक स्वीकृत है। ऐसे में नई शिक्षा नीति में प्रस्तावित भारतीय कला संस्थान का वास्तविक हक ग्वालियर को ही जाता है।
वरिष्ठ संगीत साधक डॉ. अरुण धर्माधिकारी ने अतिथि संगीतज्ञों का खास अंदाज में परिचय दिया और संगीत की महिमा का बखान किया।
सेंटर डायरेक्टर डॉ. केशव पाण्डेय सहित डॉ. सुरेश सम्राट, राजेंद्र मुदगल, राजेश अवस्थी लावा, एसके शर्मा, संतोष वशिष्ठ, भगवती प्रसाद मुदगल, संतोष पाण्डेय, अंशुल गुप्ता व गोपाल सोनकर ने मुख्य अतिथि डॉ. कशालकर सहित ऋषिकेश सुरवासे पुणे, अरुण धर्माधिकारी, अभिषेक कुलकर्णी, परिमल कोल्हाकर एवं श्रीराम धर्माधिकारी को शॉल, श्रीफल और स्मृति चिंह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन हरिओम गौतम ने तथा उद्भव इंडिया के सचिव दीपक तोमर ने आभार व्यक्त किया।