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सत्ता पक्ष द्वारा डिप्टी स्पीकर का पद सशर्त देने से इंकार करने के बाद विपक्ष ने के सुरेश को उतारा मैदान में अब होगा चुनाव

लोकसभा चुनाव के बाद आम तौर पर स्पीकर पद के लिए पक्ष और विपक्ष में सहमति बन जाती है लेकिन भारतीय इतिहास में पहली बार लोकसभा का स्पीकर तय करने के लिए भी चुनाव होगा। जैसी की खबर आ रही है उसके अनुसार सत्ता पक्ष द्वारा डिप्टी स्पीकर का पद भी विपक्ष को नहीं दिए जाने की स्थिति के बाद टकराव बढ़ गया इसके बाद इडिया गठबंधन ने कांग्रेस सांसद के. सुरेश को स्पीकर पद के लिए अपना प्रत्याशी घोषित किया, जिसके बाद उन्होंने तुरंत ही अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया। दूसरी ओर बीजेपी सांसद ओम बिरला ने भी एनडीए की ओर से स्पीकर चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है।

लोकसभा स्पीकर के लिए अब बुधवार को मतदान होगा, जिसमें यह तय होगा कि 18वीं लोकसभा के लिए स्पीकर कौन होगा। बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया था कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को फोन करके अपने स्पीकर प्रत्याशी के लिए समर्थन मांगा था, जिस पर खड़गे ने डिप्टी स्पीकर अपने खेमे से रखने की मांग की थी। राहुल गांधी ने कहा था कि अध्यक्ष खड़गे को राजनाथ सिंह ने फिर फोन करने की बात कही थी, जबकि उसके बाद कोई फोन आया ही नहीं।

के. सुरेश के बारे में बात करें तो वह कांग्रेस पार्टी के सांसद हैं और 8वीं बार जीत कर लोकसभा पहुंचे हैं। के. सुरेश केरल में कांग्रेस के एक दलित चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं। उन्होंने हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में मावेलिक्कारा सीट से आठवीं बार जीत दर्ज की है। उन्होंने पहले भी चार बार इस सीट और चार बार तत्कालीन अदूर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है।

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