समरस विचार मंथन कार्यक्रम 20 अप्रैल रविवार को प्रात: 10 बजे से सायं पांच बजे तक राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के दत्तोपंत ठेंगड़ी सभागार में आयोजित किया जाएगा
ग्वालियर /प्रज्ञा प्रवाह मध्यभारत प्रांत, पुरुषार्थ सेवा फाऊंडेशन एवं राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में समरस विचार मंथन कार्यक्रम 20 अप्रैल रविवार को प्रात: 10 बजे से सायं पांच बजे तक राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के दत्तोपंत ठेंगड़ी सभागार में आयोजित किया जाएगा।
उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता अयोध्या की सिद्धपीठ हनुमन्निवास के आचार्य स्वामी मिथिलेशनंदिनी शरण महाराज होंगे। आचार्य जी ‘हिंदू समाज की समरस परंपरा’ विषय पर व्याख्यान देंगे।
दूसरा सत्र प्रात: 11:30 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक ‘समरस समाज को विभाजित करने के षड्यंत्र’ विषय पर होगा। इस सत्र के मुख्य वक्ता लेखक, चिंतक एवं आलोट के विधायक चिंतामणि मालवीय होंगे।
तीसरा सत्र दोपहर 1:45 से 3 बजे तक होगा। जिसमें मुख्य वक्ता प्रख्यात विचारक मोहन नारायण जी ‘समरस समाज के निर्माण में संतों, महापुरुषों एवं संगठनों की भूमिका’ पर प्रबोधन देंगे।
चौथा सत्र दोपहर 3:30 से 4:30 बजे तक ‘समरसता का विराट स्वरूप: कुंभ मेला-अध्ययन, अनुभव एवं अनुभूति’ विषय पर होगा। इस सत्र के मुख्य वक्ता प्रख्यात फिल्म पटकथा लेखक एवं राजनीतिक विश्लेषक शांतनु गुप्ता होंगे।
समापन सत्र सायं 4:30 बजे से 5 बजे तक ‘समरस समाज निर्माण में हमारी भूमिका’ विषय पर होगा। मुख्य वक्ता स्वामी मिथिलेशनंदिनी शरण महाराज होंगे। आयोजकों ने लोगों से कार्यक्रम में भाग लेने का आग्रह किया है।