विद्यार्थियों के लिए संजीवनी है योग:चाकणकर
ग्वालियर / विद्यार्थियों के लिए योग संजीवनी है।इससे बच्चों के मन-मस्तिष्क में स्थिरता आती है और बच्चों को अपनी पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने में भी पूर्ण रूप से सहायता मिलती है। उपरोक्त उदगार जिला योग प्रभारी दिनेश चाकणकर ने सीएम राइस विद्यालय शासकीय उमावि पटेल तथा कन्या ग्वालियर में आयोजित समर कैंप के विद्यार्थियों से योगाभ्यास के दौरान व्यक्त किए।
श्री चाकणकर ने कहा कि योग के चमत्कार को तो पूरी दुनिया ने स्वीकार किया है इसी वजह से दुनिया के अधिकांश देशों में योग शिक्षा को अनिवार्य किया गया है। योग के प्रभाव को देखते हुए आज चिकित्सक एवं वैज्ञानिक योग के अभ्यास की सलाह देते हैं। योग साधु-संतो के लिए ही नहीं वरन् समस्त मानव जाति के लिए आवश्यक है।श्री चाकणकर ने कहा कि ग्रीष्मावकाश उत्साह और रोमांच से भरे होते हैं। छुट्टी के इन दिनों में बच्चे मनचाही जगह घूमने जाते हैं और खेलकूद सहित अपनी प्रतिभा को निखारते हैं। इसी उद्देश्य से प्रदेश भर के सीएम राइज स्कूलों में एक मई से कक्षा तीन से 8वीं तक के छात्रों के लिए समर कैंप लगाए गए हैं। । सुबह आठ से 10 बजे तक आयोजित इन समर कैंप में छात्रों को फिजिकल एक्टिविटी के साथ-साथ आर्ट एंड क्राफ्ट सहित अन्य रोचक गतिविधियां चल रही है। सीएम राइज शासकीय उमावि पटेल के प्राचार्य जितेंद्र सिंह भदोरिया ने बताया कि छात्रों को 13 दिवसीय इस विशेष समर कैंप में सबसे पहले स्पोर्ट्स और योग का अभ्यास करवाया जा रहा है, जिससे वह एकाग्रचित हो सकें।
*कैनवास पर उकेर रहे हैं रंग*
सीएम प्राइस कन्या ग्वालियर की प्राचार्य श्रीमती मनोरमा नायक ने बताया कि विद्यार्थियों को इस समर कैंप में पेंटिंग की कक्षाएं दी जा रही है, जिसमें बच्चे अपने मन में आई किसी तस्वीर को तूलिका की मदद से कैनवास पर उकेरेंगे। छात्र किसी भी विषय या फिर कार्टून, सुपरहीरो या देवी-देवता की पेंटिंग बना सकेंगे।
*खुलकर कर रहे हैं मन की बात*
समर कैंप में छात्रों को अभिव्यक्ति के पर्याप्त अवसर दिए जा रहे हैं जिससे वह किस्से-कहानियां, मन की बात या कोई यादगार प्रसंग साझा कर सकेंगे।
*संगीत के सुर भी साध रहे हैं विद्यार्थी*
समर कैंप में विद्यार्थियों को संगीत के सुरों को साधना तथा वाद्ययंत्र बजाना भी सिखाया जा रहा है। अपनी रुचि के आधार पर छात्र इस गतिविधि का चयन कर सकते हैं।