प्रवीण दुबे
शिवराज सरकार को लेकर किए गए शुरुआती सर्वे में जिस एंटी इनकंबेंसी की बात की जा रही थी उस एंटी इनकंबेंसी पर शिवराज की लाड़ली बहन योजना भारी पड़ती दिखाई दे रही है। जिस प्रकार के आंकड़े सामने आ रहे हैं उसने मध्य प्रदेश में सत्तासीन होने का स्वप्न देख रहे कमलनाथ को फिलहाल तगड़ा झटका दे दिया है। ऐसा लगता है की शिवराज सिंह की महिला पॉलिटिक्स उनका चुनावी बेड़ा पार कर देगी और एक बार फिर मध्यप्रदेश में भाजपा अपनी वापसी कर लेगी।
यहां हम यह बात यूं ही नहीं कह रहे पिछले एक सप्ताह के दौरान मध्यप्रदेश की महिला वोटरों के बीच शिवराज भैया इस प्रकार लोकप्रिय हो चले हैं कि अब यह महिला वोटर केवल शिवराज के पक्ष में मतदान का मूड बनाते नहीं दिख रहीं बल्कि चुनाव प्रचार के दौरान खुलकर शिवराज भैया के पक्ष में घर-घर जाकर वोट मांगने का मन बनाती भी दिखाई दे रही हैं।
महिलाओं की भाजपा के पक्ष में चल रही इस आंधी को कांग्रेस कैसे रोक पाएगी ? फिलहाल उसके नीति निर्धारकों के पास इसका कोई तोड़ नजर आता नहीं दिख रहा है।
जैसा कि हमने ऊपर लिखा है कि पिछले एक सप्ताह के दौरान महिलाओं के बीच शिवराज का लोकप्रियता ग्राफ बहुत तेजी के साथ ऊपर बड़ा है।
इसका मूल कारण शिवराज ने लाड़ली बहन योजना को लेकर मार्च में जो घोषणा की थी उसको पूरा करके महिलाओं का दिल जीत लिया है।
जैसा की सर्वविदित है शिवराज सिंह ने रक्षाबंधन के अवसर पर लाडली बहन योजना में दी जाने वाली राशि को अक्टूबर माह से 1250 रुपए करने की घोषणा की साथ ही रक्षाबंधन से पहले ही सार्वजनिक रूप से महिलाओं की एक भीड़ भरी सभा में क्लिक करके उनके बैंक खातों में 250 रुपए की राशि पहुंचाई इतना ही नहीं शिवराज सिंह ने सावन के महीने में गैस सिलेंडर 450 रुपए में दिए जाने बड़े हुए बिजली बिलों की वसूली पर रोक लगाने जैसी राहत भरी घोषणाएं करके महिलाओं का विश्वास जीत लिया।
जिस पंडाल में शिवराज ने यह घोषणा की उसमें लाखों की संख्या में महिलाएं उपस्थित थी और देखते ही देखते वहां लग रहे नारे अगली बार फिर शिवराज सरकार लाडली बहनों के भैया भांजियों के मामा जी प्यारे शिवराज प्यारे शिवराज एक ऐसा रोड मैप तैयार करते दिख रहे थे जिससे साफ तौर पर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश की महिलाओं के बीच भैया शिवराज का चेहरा विश्वास की नजीर बनता दिखाई दे रहा है।
इस दृश्य को देखकर हमने मध्य प्रदेश के चुनावी गणित को खंगाला और यह पता लगाने की कोशिश की कि मध्य प्रदेश की महिला वोटरों में सरकार को पुनर्स्थापित करने की कितनी ताकत है तो जो तथ्य सामने आए उन्हें देखकर लिखने में कोई संकोच नहीं होना चाहिए की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महिला वोटरों को लेकर जो राजनीतिक कार्ड खेला है वहां उन्हें सत्ता वापसी के द्वार तक ले जाने की ताकत रखता है। आप भी जान लीजिए की मध्य प्रदेश में महिला वोटरों की ताकत कितनी है और वह कैसे शिवराज सिंह को सत्ता में पुनर्स्थापित करने की ताकत रखती है।
प्रदेश में लगभग 5 करोड़ 40 लाख मतदाता हैं। लाड़ली बहनों की पंजीकृत संख्या करीब एक करोड़ 25 लाख है, और लगभग सभी मतदाता हैं यानी कुल मतदाताओं का 25 फीसदी। ये 25 फीसदी मतदाता शिवराज सरकार को अगले चुनाव में 150 से ज्यादा सीटें दिलवा सकती हैं।
कुल एक करोड़ 25 लाख लाड़ली बहना का पंजीयन, इन्हें अब 1250 रुपये प्रतिमाह मिल रहे। एक करोड़ 25 लाख मे से आधे वोट भी यदि भाजपा को मिलते हैं तो ये होंगे करीब 50 लाख वोट। पचास लाख वोट यानी कुल मतदाताओं का करीब दस फीसदी। इस पचास लाख वोट को यदि पिछले चुनाव के वोटिंग ट्रेंड्स 70 फीसदी मतदान से देखें तो ये आंकड़ा कुल मतदान का करीब 15 फीसदी होगा। मध्यप्रदेश में भाजपा कांग्रेस के बीच वोट परसेंटेज का अंतर अब तक एक से तीन फीसदी ही रहा है। ऐसे में 15 फीसदी वोट की बढ़त मध्य्रपदेश में सरकार की करीब तीस से पैंतीस फीसदी सीट में इजाफा करेगी।
शिवराज के लिए मैदान में उतरने की तैयारी
लाड़ली बहन योजना केवल एक कल्याणकारी योजना बनकर नहीं रह गई है इस योजना से जुड़ी एक करोड़ से अधिक महिलाएं अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रबल समर्थक नजर आने लगी हैं जिन-जिन स्थानों पर शिवराज सिंह चौहान सभाएं कर रहे हैं या लाडली बहन सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं वहां साफ तौर पर इस बात को महसूस किया जा रहा है की बड़ी संख्या में महिलाएं वहां अपनी उपस्थिति दर्ज कर रही हैं और उनकी भाषा और बॉडी लैंग्वेज साफ तौर पर इस बात की और इशारा करती दिखाई दे रही हैं की आने वाले समय में यह महिलाएं शिवराज सिंह के पक्ष में घर-घर जाकर वोट मांगने की तैयारी भी कर चुकी है मीडिया हो या फिर आमजन जिसने भी इन महिलाओं के भीतर क्या छुपा है यह टटोलने की कोशिश की तो साफ तौर पर महिलाएं पुरजोर तरीके से शिवराज सिंह के पक्ष में बात करती दिखाई दी बिना किसी लाग लपेट के उन्होंने कहा की आने वाले चुनाव में वह न केवल शिवराज भैया को वोट देगी बल्कि उनके पक्ष में घर-घर भी जाएंगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस बात को भली प्रकार भांप लिया है और अब उनका पूरा फोकस महिलाओं पर केंद्रित हो गया है परिवार साथ आया तो 170 सीटें भी संभव
लाड़ली बहना योजना से लाभान्वित परिवार भी शिवराज और भाजपा को वोट देने का मन बनाता दिख रहा हैं. एक पूरा गरीब तबका जिसे इस योजना से काफी मदद मिली है उसने बीजेपी को वोट देने का मन बना लिया है. यानी एक लाड़ली बहना से करीब तीन वोट जुड़े हैं. यदि ये होता है तो भाजपा को 170 सीटें भी मिल सकती है. अब यह भी देखने योग्य होगा कि कांग्रेस इस योजना के कटाक्ष को जनता के बीच कैसे पेश करती है.