प्रवीण दुबे
मध्यप्रदेश विधानसभा मतदान से एक दिन पूर्व 16 नवंबर को shabd shakti news ने “लाड़ली बहना और मोदी का चेहरा भाजपा ने क्या मतदान से पहले कर दिया खेला” शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। अब मतदान के बाद महिलाओं के बढ़े हुए मत प्रतिशत को लेकर जो बात सामने आ रही है उसने shabd shakti news की उक्त खबर पर सत्यता की मोहर लगा दी है। देश के तमाम मीडिया हाउस और राजनीतिक विश्लेषक यह कह रहे हैं कि महिलाओं पर शिवराज की लाड़ली बहना योजना के प्रभाव का जबरदस्त जादू हुआ है और इसी वजह से महिलाएं बड़ी संख्या में मतदान करने निकली और अब संभावना व्यक्त की जा रही है इन्ही महिला वोटरों के कारण मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार वापसी कर सकती है।
लाड़ली बहना और मोदी का चेहरा भाजपा ने क्या मतदान से पहले मध्यप्रदेश में कर दिया खेला .?
मध्यप्रदेश विधानसभा मतदान से एक दिन पूर्व 16 नवंबर को shabd shakti news ने “लाड़ली बहना और मोदी का चेहरा भाजपा ने क्या मतदान से पहले कर दिया खेला” शीर्षक से प्रकाशित खबर
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार बंपर वोटिंग हुई है। 2018 की तुलना में दो फीसदी अधिक वोट पड़े हैं। चुनाव आयोग के अनुसार 2018 में 75.6 फीसदी तो 2023 में 77.2 फीसदी वोटिंग हुई है। वहीं, महिलाओं ने 76.03 फीसदी वोटिंग की है। महिलाओं की वोटिंग में ये उछाल तब आया है, जब दोनों ही दलों ने उनके लिए दर्जनों घोषणाएं की हैं। 2018 में महिलाओं ने 74.03 फीसदी वोटिंग की थी जबकि 2023 में यह दो फीसदी बढ़ गई है।
वहीं, प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में 1000 पुरुषों पर महिला वोटरों की संख्या 917 थी। वहीं, 2023 में 945 हो गया है। इसमें 3.9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही 2018 में 44 विधानसभा सीटें ऐसी थी, जहां पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने अधिक वोटिंग की थी। 2023 में 34 विधानसभा सीटें ऐसी हैं।
इसके साथ ही 2018 में कुल 10 विधानसभा सीटें ऐसी थीं, जहां महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक थी। 2023 में 29 विधानसभा सीटें ऐसी हो गई हैं, जहां महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक है। वहीं, 34 सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में अधिक वोटिंग की है।
वहीं, प्रदेश की इन 29 सीटों पर महिला वोटरों की संख्या पुरुषों से अधिक है। इनमें बैहर, निवास, बिछिया, अलीराजपुर, कुक्शी, पनसेमल, परसवाड़ा, मंडला, बालाघाट, सैलाना, पेटलावाद, जोबट, झाबुआ, मनावर, बदनावर, बरघट, सरदारपुर, डिंडोरी, रतलाम सिटी, वारा सिवनी, कटंगी, थंदला , छिंदवाड़ा, पुष्पराजगढ़, शाहपुरा, उज्जैन दक्षिण, जौरा, इंदौर-4 और सेंधवा है।
गौरतलब है कि महिलाओं की बंपर वोटिंग का फायदा किसे होगा, इसका खुलासा तो 3 दिसंबर को परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा। लेकिन दोनों ही पार्टियों को महिलाओं के वोट से अधिक उम्मीद है। मध्य प्रदेश में महिलाएं जिन जगहों पर ज्यादा वोट की है, उसमें बीजेपी को ज्यादा फायदा हुआ है। विंध्य में 2018 के विधानसभा चुनाव में महिलाओं ने 24 सीटों पर अधिक वोटिंग की थी, इसमें बीजेपी को 19 सीटों पर जीत मिली थी।