, ग्वालियर का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों ने की श्रीराम जी की आरती
ग्वालियर।/प्रभु श्रीराम जी आरती के मनोरम दृश्य एवं राम रस में डूबे कवियों द्वारा किए गए काव्य पाठ से वातावरण राममय हो गया। ग्वालियर का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों ने की जहां श्रीराम जी की आरती की वहीं सुप्रसिद्ध कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं का मन मोह लिया। अवसर था शहर की सामाजिक संस्था ह्यूमन हैप्पीनेस फांउडेशन द्वारा आयोजित ‘रामस्य राष्ट्र:’ अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं श्रीराम जी की आरती का। रविवार को यह आयोजन सनसिटी रोड स्थित शुभ स्वागतम् गार्डन में गरीमापूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ। इस कवि सम्मेलन ने शहर की साहित्यिक परंपरा को एक नई ऊंचाई दी। कार्यक्रम संयोजक लोकेन्द्र पाराशर रहे।
देश की सुप्रसिद्ध कवियत्री श्वेता सिंह ने अपनी पंक्तियों में अवध में राम जी के पधारने का सुंदर वर्णन किया। उन्होंने पढ़ा…
हमारे राम, तुम्हारे राम, जगत में सबसे प्यारे राम
हमारे राम, तुम्हारे राम, अवध में पुन: पधारे राम
आज अयोध्या दुल्हन जैसी, ले श्रृंगार पिटारा
बनी हुई है दर्पण जिसकी निर्मल जिसकी धारा
आज नगर का कण-कण क्षण-क्षण नाम पुकारे राम
अवध में पुन: पधारे राम
प्रसिद्ध कवि डॉ सुरेश अवस्थी ने काव्य पाठ में पढ़ा…
शुभ मंगल होंगे सदा,
जीवन के सब काम।
मन के आंगन में अगर,
रहें बिराजे राम
जब मर्यादा संग हों,
वितरित सब अधिकार।
राम कृपा बरसे वहां,
निशि दिन बारम्बार।
मन की सूनी स्लेट पर,
जो लिखता श्रीराम,
बन ही जाते हैं तुरत,
उसके बिगड़े काम।
स्वर्ण-भवन को छोड़ जब,
गये प्रकृति की गोद।
हृदयांगन सूरज उगा,
जागा सत्य प्रबोध।
दोउ भुजा लछ्मन बसें,
भरत बसें हृद-धाम।
संकल्पों में पवनसुत,
स्वयं मिलेंगे राम।
इसी क्रम में देश के जाने-माने कवि शशिकांत यादव ने अपनी पंक्तियों में राम जी स्तुति करते हुए पढ़ा-
रोम रोम में रमे है, मेरे प्रभु सीता राम
सीता राम सीता राम, सीता राम गायेँगे।
साधु संत और कार, सेवको का बलिदान
राम भक्त जीवन में, भूल नहीं पायेंगे।
राम मंदिर पे जब ध्वजा लहराएगी तो
अंबर में कोठारी के, लाल हरषायेंगे।
भारत के साथ सारे, विश्व में जलेंगे दीप
बाइस जनवरी को दीपावाली मनायेंगे।
युवा कवि अमन अक्षर ने अपनी मधुर आवाज में श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने अपनी कविता के माध्यम से प्रभु श्रीराम जी की महिमा को बखूबी प्रस्तुत किया।
नयन तकते थे जो रास्ता वहां आना जरूरी था।
कहीं लंबी प्रतीक्षा का सुफल पाना जरूरी था।
वहां रावण को हनुमत ही अकेले मार सकते थे।
मगर शबरी के घर तो राम का जाना जरूर था।
इसी क्रम डॉ करुणा सक्सेना ने अपने करुण भरे स्वर में ‘राम बिना कैसा जीवन है’ जैसी पंक्तियों के साथ काव्य पाठ किया। उन्होंने पढ़ा…
जल बिन नदिया, तृण बिन वन है, राम बिना कैसा जीवन है
राम तुम्हारे आ जाने से पथ के शूल भी फूल हुए हैं
क्या केवट के क्या शबरी के कठिन समय अनुकूल हुए हैं
मन कुटिया के राम ही धन है, राम बिना कैसा जीवन है।
अपनी ओज पूर्ण पंक्तियों के साथ रामकिशोर उपध्याय ने काव्य पाठ किया। उन्होंने पढ़ा कि…
जय जयकार करो राणा की,
मत अकबर को कहो महान ।
वह हमलावर तुर्क विदेशी,
ये भारत मां की संतान।
इस अवसर पर गौशाला के पूज्य संत
ऋषभ देवानंद महाराज, पूर्व सांसद श्री
विवेक शेजवलकर, सूचना आयोग के सदस्य
डॉ. उमाशंकर पचौरी, विधायक श्री मोहन सिंह राठौड़, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री जय प्रकाश राजौरिया, भाजपा ग्वालियर ग्रामीण के जिलाध्यक्ष श्री प्रेम सिंह राजपूत, संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती स्मिता
सहत्रबुध्दे, आईआईटीटीएम के निदेशक श्री आलोक शर्मा, डीआईजी श्री अमित सांघी, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मवीर सिंह यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष
भाजपा ग्वालियर श्री अभय चौधरी, श्री
कौशल शर्मा, पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता,
पूर्व संभाग आयुक्त श्री बीएम शर्मा, श्री महेश
मुदगल, श्री बीपीएस जादौन, श्री कमल माखीजानी, जीवाजी क्लब के अध्यक्ष श्री राजू सेठ, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्री प्रवीण अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार श्री विपुल गुप्ता, डॉ. नीतेश शर्मा, श्री विनय जैन सहित बड़ी
संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन श्री हिमांशु द्विवेदी ने एवं आभार
श्री विवेक पाण्डेय ने व्यक्त किया।
खिलाड़ियों ने की राम जी की आरती…
अयोध्या में प्रभु श्रीराम जी के मंदिर की प्रथम वर्षगांठ पर आयोजित इस कार्यक्रम का एक आकर्षण का केन्द्र अर्जुन, विक्रम एवं एकलव्य अवार्ड प्राप्त खिलाड़ी रहे। कार्यक्रम में भारत के पहले पैरालंपियन अर्जुन पुरस्कार प्राप्त श्री अजीत सिंह यादव सहित विक्रम अवार्डी धर्मेन्द्र अहिरवार (तैराकी), सरीफ खान (तैराकी), हरसत कुर्रेशी (हॉकी), समीर खान (तैराकी), करिश्मा यादव (हॉकी), क्रिकेट की युवा महिला खिलाड़ी अनुष्का शर्मा, बॉलीवाॅल से दीपा वर्मा, रियल हीरो अवार्डी तरनेश तपन, कराटे से मनोज दुबे ने राम जी आरती की।