उत्तराखंड के बागेश्वर में 25 लोगों ने एकसाथ घर वापसी की है। इन लोगों ने कालभैरव मंदिर पोलिंग में सनातन धर्म को स्वीकार किया है। हिंदू धर्म को अपनाने के बाद इन लोगों ने बताया कि इनके पूर्वज हिंदू ही थे, लेकिन किसी कारणवश अन्य मजहब को अपना लिया था। जब इन्हें अपने पूर्वजों की गलती का एहसास हुआ तो सभी ने फिर से सनातन धर्म में वापसी का निर्णय लिया।
जानकारी के अनुसार विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल ने भैरवाष्टमी पर कपकोट प्रखंड ने कालभैरव मंदिर पोलिंग में कार्यक्रम आयोजित किया था, जहां 25 लोगों ने अपनी इच्छा से सनातन धर्म अपनाया है। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष कैलाश सिंह गढ़िया ने कहा कि सनातन धर्म सबसे बड़ा धर्म है। इस क्षेत्र के कुछ परिवार के पूर्वजों ने किसी कारण से कन्वर्जन कर लिया था। अब इन लोगों ने पूरे विधि-विधान से सनातन धर्म को अपना लिया है। घर वापसी के दौरान सरयू का जल लेकर सभी ने गायत्री मंत्र का जप किया। पंडितों ने मंत्रोच्चारण कर उन्हें सनातन धर्म की मान्यता और भव्यता के बारे में जानकारी दी।
बता दें कि सनातन धर्म से प्रभावित होकर दुनियाभर के लोग लगातार हिंदू धर्म को अपना रहे हैं। इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 10 मुस्लिम परिवार के 70 लोगों ने हिंदू धर्म में वापसी की थी। बघरा ब्लॉक स्थित एक आश्रम में इन लोगों ने सनातन धर्म को अपनाया था। उस दौरान सभी लोगों को सनातन धर्म की दीक्षा देते हुए शुद्धि यज्ञ कराकर घर वापसी कराई गई थी।