विजन डॉक्यूमेंट में शामिल बिंदुओं के आधार पर हुई शहर विकास कार्यों की समीक्षा
केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया प्रभारी मंत्री श्री सिलावट, ऊर्जा मंत्री श्री तोमर व सांसद श्री शेजवलकर की मौजूदगी में हुई बैठक
शहर के नए प्लान व अमृत का प्रजेण्टेशन देखने 4 अक्टूबर को फिर से ग्वालियर आयेंगे श्री सिंधिया
ग्वालियर/ ग्वालियर शहर की सबसे बड़ी क्षमता पर्यटन है। इसलिए पर्यटन को केन्द्र में रखकर शहर विकास का प्लान तैयार करें। विषय विशेषज्ञों एवं जनप्रतिनिधिगण के सुझावों के आधार पर इस प्लान को अंतिम रूप दें। इस आशय के निर्देश केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कलेक्टर एवं नगर निगम आयुक्त को दिए। श्री सिंधिया ग्वालियर शहर के विजन डॉक्यूमेंट में शामिल बिंदुओं के आधार पर शहर विकास की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह प्लान जल्द से जल्द तैयार करें। अगले माह 4 अक्टूबर को वे ग्वालियर आकर इसका प्रजेण्टेशन देखेंगे। साथ ही अमृत योजना के तहत हुए पेयजल संबंधी कार्यों की भी इस दौरान विशेष रूप से समीक्षा करेंगे।
गुरूवार को यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में शहर विकास के कार्यों की यह समीक्षा बैठक जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर व सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर की मौजूदगी में आयोजित हुई। बैठक में नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री श्री ओपीएस भदौरिया व लोक निर्माण राज्य मंत्री श्री सुरेश धाकड़, पूर्व मंत्री श्री अनूप मिश्रा, पूर्व विधायक श्री मदन कुशवाह व श्री मुन्नालाल गोयल, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री कमल माखीजानी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना, पुलिस महानिरीक्षक श्री अविनाश शर्मा, जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला, पुलिस उप महानिरीक्षक श्री राजेश हिंगणकर, कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी, नगर निगम आयुक्त श्री किशोर कान्याल, एमपीआईडीसी के प्रबंध निदेशक श्री सुरेश कुमार, जिला पंचायत के सीईओ श्री आशीष तिवारी व स्मार्ट सिटी की सीईओ श्रीमती जयति सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि शहर के आधुनिकीकरण का प्लान ऐसा हो जिसमें शहर व आसपास के ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्व के स्थानों सहित सभी पर्यटन स्थल, हस्तशिल्प, खान-पान स्थल व इनकी कनेक्टिविटी का सम्पूर्ण ब्यौरा हो। साथ ही यह भी प्रावधान हो कि शहर की परंपराओं व संस्कृति को उभारते हुए हम किस प्रकार शहर का आधुनिकीकरण कर सकते हैं। उन्होंने ग्वालियर शहर में स्थित डीडवानाओली, मोचीओली, दर्जीओली व दानाओली सहित अन्य ओलियों की परंपराओं को फिर से जीवित करने के उपायों को भी इस प्लान में शामिल करने पर बल दिया।
विस्तृत टूरिज्म मैप तैयार करें
केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर शहर व जिले का विस्तृत और आकर्षक टूरिज्म मैप तैयार करें, जिससे बाहर से आने वाले पर्यटकों को आसानी से पता चल सके कि ग्वालियर शहर में कौन-कौन से पर्यटन स्थल एवं खान-पान स्थल हैं। टूरिज्म मैप में पर्यटन स्थलों की कनेक्टिविटी का ब्यौरा भी दें। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने शहर के पर्यटन स्थलों व बाजारों तक पहुँचने के लिये आकर्षक साइनेज तैयार कराने के लिये भी कहा।
तीन माह में पेयजल व्यवस्था की विस्तृत डीपीआर तैयार करने के निर्देश
ग्वालियर शहर की दीर्घकालिक पेयजल योजना की समीक्षा के दौरान केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि तीन माह के भीतर पेयजल संबंधी ऐसी डीपीआर तैयार करें, जिससे पता चल सके कि शहर के सभी 66 वार्डों की किस गली में कहाँ पर पेयजल लाईन डली है और कहाँ पर चेम्बर बने हैं, जिससे इस जानकारी के आधार पर उन गली, मोहल्लों व घरों तक पानी पहुँचाने की पुख्ता व्यवस्था की जा सके, जहाँ अभी पानी की किल्लत है। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने इस तरह की डीपीआर तैयार करने का सुझाव दिया था। वर्ष 2050 तक के लिए शहर की पेयजल आपूर्ति के लिए बनाई गई दीर्घकालिक पेयजल योजना की समीक्षा भी श्री सिंधिया ने की। लगभग 225 करोड़ रूपए लागत की इस योजना के तहत चंबल नदी और कोतवाल डैम से कुल मिलाकर 180 एमएलडी पानी शहर को मिलेगा। श्री सिंधिया ने बताया कि चंबल नदी से मुरैना तक पेयजल लाइन डालने के टेण्डर हो चुके हैं। इसी पेयजल लाइन को आगे बढ़ाकर ग्वालियर तक पानी लाया जाएगा। साथ ही इसी लाईन से कोतवाल डैम का पानी भी ग्वालियर पहुँचेगा।
लगभग 250 करोड़ रूपए की लागत से तैयार होगा अत्याधुनिक रेलवे स्टेशन
केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रेलवे स्टेशन पुनर्विकास प्रोजेक्ट की समीक्षा के दौरान जानकारी दी कि संभवत: अक्टूबर माह में ग्वालियर रेलवे स्टेशन के विकास प्रोजेक्ट के टेण्डर जारी हो जायेंगे। उन्होंने बताया कि लगभग 250 करोड़ रूपए की लागत से पीपीपी मॉडल पर बनने जा रहा ग्वालियर का नया रेलवे स्टेशन हैरीटेज और आधुनिकता का संगम होगा। स्टेशन परिसर की विविध रंगों में इस प्रकार से लाईटिंग की जाएगी जिससे लाईट देखकर ही लोगों को पता चल सके कि स्टेशन का कौन सा भाग पुराना है और कौन सा आधुनिकीकरण में तैयार हुआ है। श्री सिंधिया ने स्टेशन को जोड़ने वाले फुट ओवर ब्रिज के लिये राज्य शासन से धन्यवाद दिलाने के लिये प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट व ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से प्रयास करने को कहा।
शहर की सड़कों के लिये दिलायेंगे धनराशि
ग्वालियर शहर की सड़कों की मरम्मत और नई सड़कों के निर्माण के लिये धनराशि दिलाने में केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पूरा सहयोग देंगे। इस संबंध में श्री सिंधिया जल्द ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह से चर्चा करेंगे। इस दौरान प्रभारी मंत्री श्री सिलावट और ऊर्जा मंत्री श्री तोमर भी भोपाल में मौजूद रहेंगे।
फसाड़ लाइटिंग की सराहना
केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ऐतिहासिक ग्वालियर दुर्ग, महाराज बाड़ा स्थित हैरीटेज महत्व की इमारतों, मोतीमहल, नदी गेट, लधेड़ी गेट, गोले का मंदिर, जलविहार, बैजाताल व वीर सावरकर सरोवर सहित शहर में ऐतिहासिक महत्व के अन्य स्थानों पर की गई फसाड लाइटिंग की सराहना की। साथ ही निर्देश दिए कि महाराज बाड़े की सभी इमारतों में एकरूपता लाते हुए फसाड लाइटिंग करें, जिससे महाराज बाड़ा का आकर्षण और बढ़े। श्री सिंधिया ने महाराज बाड़ा की अन्य प्राचीन इमारतों की तरह शासकीय मुद्रणालय का जीर्णोद्धार जल्द से जल्द कराने के निर्देश भी दिए। साथ ही टाउन हॉल के रख-रखाव के लिए राजस्व जुटाने पर भी बल दिया।
मेट्रो ट्रेन के ऐसे प्रोजेक्ट को चुनें जो सफल हो सके
ग्वालियर शहर में नेरोगेज ट्रेन संचालन के विभिन्न विकल्पों पर भी बैठक में चर्चा हुई। मेट्रो ट्रेन के तीन विकल्प बैठक में साझा किए गए। इसमें से कलकत्ता शहर की ट्राम की तर्ज पर बनाए गए मेट्रो निओ प्रोजेक्ट शामिल हैं। प्रस्तावित मेट्रो निओ प्रोजेक्ट में मोतीझील तक चलाने का प्लान शामिल किया गया है। इस मेट्रो मार्ग में खेड़ापति कॉलोनी, गोपाचल पर्वत, फूलबाग, शिंदे की छावनी, जनकताल सहित अन्य स्टेशन विकसित करने का प्रावधान किया गया है। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि विषय विशेषज्ञों की राय लेकर ऐसे मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट को चुनें जो धरातल पर सफल हो सके। सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि पुराने शहर के साथ-साथ सिटी सेंटर इत्यादि शहर के नए इलाकों को जोड़ते हुए मेट्रो सिटी का प्रोजेक्ट तैयार करें, जिससे मेट्रो प्लान सफल हो सके।
बैठक की अन्य खास बातें एवं निर्देश
• साडा क्षेत्र को गति देने के लिये केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया जल्द ही गृह मंत्री से आईटीबीपी व एसएसबी की गतिविधियाँ शुरू करने के लिये करेंगे बात।
• ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण योजना के टेण्डर 5 अक्टूबर को खुलेंगे। दिसम्बर में शुरू होगा काम।
• रेडीमेड गारमेंट पार्क व प्लास्टिक पार्क में गतिविधियां बढ़ाने पर दिया जोर।
• मेडीकल यूनिवर्सिटी के लिए पद स्वीकृति और धनराशि दिलाने में केन्द्रीय मंत्री करेंगे मदद।
• ग्वालियर में केन्द्रीय विश्वविद्यालय खोलने के लिये प्रभारी मंत्री श्री सिलावट व पूर्व मंत्री श्री अनूप मिश्रा के सुझाव पर केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि इसके लिए गंभीरता से प्रयास किए जायेंगे।
• जेसी मिल के 710 कर्मचारियों को जल्द दिए जायेंगे जमीन के पट्टे।
• एक हजार बिस्तर के अस्पताल के सी-ब्लॉक का जल्द होगा लोकार्पण।
• जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल सभागार का प्रतिदिन का किराया अब एक लाख के स्थान पर 50 हजार रूपए होगा। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया के निर्देश पर विश्वविद्यालय के कुलपति ने भरी हामी। भाजपा जिला अध्यक्ष श्री माखीजानी ने दिया था सुझाव।
• वेस्टर्न बाइपास के कार्य को गति देने पर केन्द्रीय मंत्री ने दिया जोर। कहा पुराने प्लान पर भी विचार करें, जिससे कम लागत में यह बाइपास बनकर तैयार हो सके।