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चम्बल के बीहड़ों में नए डाकू गिरोह के संकेत ने उड़ाए पुलिस व ग्रामीणों के होश

क्या चम्बल के बीहड़ों में फिर से कोई डाकू गिरोह जन्म ले चुका है ? झांसी से अपहरण कर मुरैना के जंगलों में लाये गए एक डॉक्टर के डकैतों के चंगुल से छूटकर भाग निकलने व पुलिस तक पहुंचने के बाद अपहत डॉक्टर ने सनसनीखेज आपबीती उजागर की है। इसके बाद स्थानीय ग्रामीणों व पुलिस के होश उड़े हुए हैं उन्हें आशंका है की कहीं चंबल के बीहड़ों में एकबार फिर कोई डाकू गिरोह सक्रीय तो नहीं हो गया है।

उत्तर प्रदेश के झांसी से अगवा किए गए 62 वर्षीय डॉक्टर चंबल के बीहड़ (जंगल) में मिल गए। डॉक्टर को चित्रकूट के कुख्यात डकैत ददुआ के नाम पर अगवा किया गया। तीनों डकैत पहले ददुआ के नाती के इलाज की बात कहते रहे, लेकिन बाद में मामला फिरौती के लिए अपहरण का सामने आया। खुलासा हुआ है कि मुरैना में डकैतों को झपकी लगी। इसी बीच डॉक्टर बचकर जंगल से निकल आए। उनके पैरों में जंजीरें बांध रखी थीं, लेकिन डॉक्टर ने चतुराई से काम लिया। आधा किलोमीटर तक कोहनी के बल घिसटते हुए जंगल से निकलकर एक खेत तक पहुंचे। हिंगोना गांव में उन्होंने लोगों को पुकार कर मदद मांगी और घटना बताई। गांव वालों ने डायल 100 को सूचना कर पुलिस बुलाई गई। मुरैना की सिविल लाइंस पुलिस ने डॉक्टर को जंजीरों से मुक्त कर झांसी पुलिस को सूचना दी। झांसी पुलिस भी मुरैना आ गई है। हालांकि, कहा जा रहा है कि डॉक्टर ने लाखों रुपए की फिरौती दी है, उसके बाद उसे छोड़ा गया है। पुलिस जांच कर रही है।

उत्तर प्रदेश के झांसी निवासी 62 वर्षीय राधाकृष्ण गुरु बक्सानी जाने माने डॉक्टर हैं। शुक्रवार सुबह करीब 5.30 बजे मॉर्निंग वॉक पर जाते समय कानपुर रोड से कुछ हथियारबंद बदमाशों ने चार पहिया वाहन में अपहरण किया। बदमाश एक मरीज के परिजन बनकर इलाज के लिए डॉक्टर को ले जाने के बहाने आए थे। डॉक्टर के अपहरण की सूचना से झांसी में सनसनी फैल गई थी। झांसी पुलिस ने आसपास के शहर, जिलों व राज्यों में अलर्ट कर दिया। पुलिस की चौतरफा घेराबंदी के कारण ही अपहरण करने वालों ने मुख्य सड़क के बजाय जंगल का रास्ता चुना। शनिवार तड़के डकैत डॉक्टर के पैरों में जंजीर बांधकर जंगल में सुस्ताने लगे। इसी दौरान उनकी झपकी लग गई। मौके का फायदा उठाकर बुजुर्ग डॉक्टर ने पहले हाथ की कोहनी के बल पर घिसटना शुरू किया और गिरोह से करीब आधा किलोमीटर दूर आ गए। इससे बाद किसी तरह जंगल से बाहर निकले। जब वह जंगल से बाहर निकले, तो खेत के किनारे पहुंचे। यहां कुछ गांव के लोगों की उन पर नजर पड़ गई।

जब डॉक्टर ने पूछा कि वह कहां पर हैं अभी, तो गांव के लोगों ने बताया कि यह मध्य प्रदेश का मुरैना जिला है और इस समय वह हिंगोना गांव में हैं। इसके बाद गांव के लोगों ने डायल 100 को सूचना दी। डायल 100 मौके पर पहुंची और डॉक्टर को सिविल लाइंस थाना पहुंचाया।

डॉक्टर ने मुरैना पुलिस को बताया कि उसका अपहरण करने वाले हथियारबंद डकैत हैं। उनकी संख्या 3 थी। पहले तो वह यह कह रहे थे कि किसी का इलाज कराने ले जा रहे हैं। बोले- उसका इलाज कराने के बाद छोड़ देंगे, लेकिन बीच में यह भी सुनाई पड़ा कि डॉक्टर काफी चर्चित है। इसके लिए तो एक से दो करोड़ रुपए तक भी मिल जाएंगे। असल मामला अपहरण और फिरौती है।

अब मुरैना पुलिस पता लगा रही है कि डॉक्टर का अपहरण करने वाला गिरोह कौन है। साथ ही, ददुआ तो सिर्फ बहाना है, यह गैंग एमपी के मुरैना या राजस्थान के धौलपुर का लग रहा है। इसके बाद पुलिस और अलर्ट हो गई है।

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