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कहीं शहर पर भारी न पड़ जाए यह समारोह कलेक्टर को भी नहीं मालुम विदेशी मेहमानों के लिए क्या है गाइडलाइन

  प्रवीण दुबे

एक तरफ देश के सबसे प्रमुख शास्त्रीय संगीत के आयोजन तानसेन समारोह में तीन दिन का समय शेष है वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को लेकर देश प्रदेश सहित पूरी दुनिया तनाव में है। ऐसी स्थिति में अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस समारोह जिसमें कि पूरी दुनिया से लोग शिरकत करने आने वाले हैं क्या आयोजित किया जाना चाहिए ? इस परिप्रेक्ष्य में  पिछले दो दिनों में विश्व स्वास्थ्य संगठन और केंद्र सरकार द्वारा जारी अलग अलग संदेशों पर नजर डालना बेहद आवश्यक है। 
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए फिलहाल किसी भी तरह के सेलिब्रेशन को रद्द किया जा सकता है। जेनेवा में विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ, डॉक्टर ट्रेड्रोस अधानोम ने कहा, ‘एक इवेंट का कैंसिल होना जिंदगी के कैंसिल होने से अच्छा है। यह अच्छा है कि अभी सेलिब्रेशन को कैंसिल करें और बाद में सेलिब्रेट करें।’ विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कहा कि हम सभी के लिए जरुरी है कि अभी हम कुछ कठोर फैसले लें। ताकि हम खुद की रक्षा कर सकें। 
अब आज  कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को क्या संदेश जारी किया है उसपर भी नजर दौड़ा लेते हैं केंद्र सरकार ने कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट को देखते हुए राज्यों को चेतावनी जारी की है। केंद्र ने बताया है कि वेरिएंट स्वरूप डेल्टा की तुलना में तीन गुना अधिक संक्रामक है। ऐसे में इसे फैलने से रोकने के लिए राज्य वॉर रूम केंद्रों को सक्रिय करें। साथ ही जिला एवं स्थानीय स्तर पर सख्त एवं तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए। 
उल्लेखनीय है कि भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठित यह समारोह संगीत की नगरी ग्वालियर में 25 से 30 दिसम्बर तक आयोजित होगा। समारोह में देश एवं विदेश से आ रहे ब्रम्हनाद के शीर्षस्थ साधक गान मनीषी तानसेन को स्वरांजलि अर्पित करेंगे।  
मुख्य बात यह है कि  इस बार के संगीत समारोह में भी गत वर्ष की भाँति विश्व संगीत को भी शामिल किया गया है। समारोह में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विदेशी संगीत साधक प्रस्तुतियाँ देंगे। इनमें ब्राजील, अर्जेंटीना, फ्रांस, स्पेन, रसिया व इजराहल आदि देशों के स्थापित कलाकार शामिल हैं।
जैसी की तानसेन समारोह की परम्परा भी रही है कि इस समारोह में देश दुनिया से अनेक शास्त्रीय संगीत के रसिकजन भी संगीत का आनंद लेने आते हैं। अब बड़ी बात यह है कि ग्वालियर में आने वाले देश विदेश के इन मेहमानो पर कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर स्थानीय स्तर पर क्या तैयारियां की गई हैं ?  इस बारे में अभी तक जिला प्रशासन ने कोई खुलासा नहीं किया है। 
इस बारे में shbdshaktinews ने ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह से बात की तो उन्होंने पहले तो यह कहा कि तानसेन समारोह को लेकर  कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जाएगा लेकिन जब इस बारे में कि तानसेन समारोह में कई देशों के कलाकार भी आने वाले हैं की तरफ  ध्यान दिलाया गया तो उन्होंने कहा कि वे इस बारे में शीघ्र ही दिशा निर्देश जारी करेंगे । यह पूछे जाने पर की अभी इसको लेकर क्या आदेश दिए गए हैं ?  तो इसका जवाब में एकबार पुनः उनका यही कहना था कि वे इसपर चर्चा करेंगे। साफ है स्थानीय स्तर पर फिलहाल जिला प्रशासन को खुद उह नहीं मालूम की तानसेन समारोह में आने वाले विदेशियों के प्रति उन्हें क्या करना है। 
अब यह बात बेहद चिंतनीय होने के साथ परेशान कर देने वाली कही जा सकती है कि जब कोरोना के नए  वेरिएंट से फैलने वाले संक्रमण को लेकर पूरी दुनिया सचेत है, विश्व स्वास्थ्य संगठन व देश प्रदेश की सरकारें लगातार जागरूक रहने की बात कर रही हैं  विश्व स्वास्थ्य संगठन ने  किसी भी आयोजन को लेकर यह तक कह दिया है कि एक इवेंट का कैंसिल होना जिंदगी के कैंसिल होने से अच्छा है। यह अच्छा है कि अभी सेलिब्रेशन को कैंसिल करें और बाद में सेलिब्रेट करें।’  हम सभी के लिए जरुरी है कि अभी हम कुछ कठोर फैसले लें ताकि हम खुद की रक्षा कर सकें।   फिर वह आयोजन जिसमें विदेशी तक शिरकत करने वाले हैं क्यों आयोजित किया जा रहा है इसे कुछ दिन के लिए टाला क्यों नहीं जा  रहा है ?
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