आज अमावस्या की तिथि शनिवार को पड़ रही है. जिसे धार्मिक दृष्टि से बेहद शुभ माना जा रहा है. शनिवार के दिन अमावस्या पड़ने को शनैश्चरी अमावस्या के नाम से पहचाना जाता है. . यह दिन शनि देव की उपासना के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. यही वजह है कि मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के एती में स्थापित त्रेतायुगीन शनिश्चरा धाम मन्दिर में शुक्रवार से ही देशभर के भक्तों का आना शुरू हो गया था समाचार लिखे जाने तक लाखों की संख्या में शनि भक्त यहां दर्शन को पहुंच चुके थे और इनके लगातार यहां आने का क्रम जारी है।
कहा जाता है कि इस दिन कुंडली में शनि देव से जुड़े जितने भी दुष्प्रभाव होते हैं वो इस दिन उनकी पूजा पाठ करने से दूर होते हैं. ऐसे में अगर आप भी इस शनि अमावस्या शनिदेव की कृपा पाना चाहते हैं तो अपनाएं ये उपाय.
शनि अमावस्या के दिन ऐसे करें पूजा-
सबसे पहले स्नान करें. इसके बाद घर या मंदिर में जाकर शनिदेव की पूजा करें. अगर आप भी इस मान्यता को मानते हैं कि घर में शनि देव की मूर्ति नहीं रखनी चाहिए तो सच्चे मन से शनि देव का ध्यान करें. याद रखें शऩि देव की पूजा करते समय हमेशा सरसों के तेल का दीया जलाएं. शनिदेव को नीले फूल अर्पित करने से भी वो शीध्र प्रसन्न होते हैं.
शनि अमावस्या पर करें इन मंत्रों का जप-
शनि के मंत्रों का जप करने के लिए रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करें. शनि देव को प्रसन्न् करने के लिए उनके बीज मंत्र का जप करें. उनका मंत्र है- ओम प्रां प्रीं प्रौं शः शनैश्चराय नमः’
शनि अमावस्या के दिन इन चीजों का दान करने से मिलता है लाभ-
-शनि अमावस्या के दिन काली उड़द काले जूते, काले वस्त्र, काली सरसों का दान करें.
800 ग्राम तिल तथा 800 ग्राम सरसों का तेल दान करें.
– काले कपड़े, नीलम का दान करें.
-हनुमानजी को चोला चढ़ाएं. हनुमान चालीसा का अधिक से अधिक दान करें. काले कपड़े में सवा किलोग्राम काला तिल भर कर दान करें. पीपल के वृक्ष पर सात प्रकार के अनाज चढ़ाकर बांट दें.