एक सप्ताह पूर्व जो व्यक्ति चोरी के आरोप में 2 दिन जेल लेकर आया हूं वह व्यक्ति क्या मुख्यमंत्री के बगल में बैठकर खाना खा सकता है ? लेकिन जब प्रदेश की नौकरशाही सुस्त और नाकारा हो जाए तो यह भी संभव है। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में जिला प्रशासन के तमाम बड़े अधिकारी मौके पर थे। कलेक्टर, एसपी, जिला पंचायत सीईओ से लेकर सभी थाना प्रभारी भी मौके पर थे। किसी ने इस पर ध्यान ही नहीं दिया कि मुख्यमंत्री के बगल में बैठकर कौन खाना खा रहा है? वीडियो और वायरल फोटो पर अब जिला प्रशासन के अफसर चुप हैं। कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।
नौकरशाही के निकम्मेपन का यह कारनामा मध्यप्रदेश के सीधी में देखने को मिला। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को सीधी में मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना के तहत 142 हितग्राहियों को पट्टे वितरित किए। इसके बाद उन्होंने हितग्राहियों के साथ बैठकर खाना भी खाया। इस दौरान उनके बगल में बैठे व्यक्ति का सच सामने आया है। दरअसल, 10 अप्रैल को ही वह लकड़ी चोरी के मामले में दो दिन जेल में रहकर बाहर निकला था। अब यह बात सामने आते ही प्रशासन की किरकिरी हो रही है। साथ ही घटना के फोटो-वीडियो वायरल हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को धैहनी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम गोतरा में हितग्राहियों को पट्टे वितरित किए थे। उन्होंने हितग्राहियों के साथ बैठकर सहभोज भी किया था। इस दौरान जो तस्वीरें आई, उनमें उनके बगल में बैठा शख्स उनके साथ सेल्फी लेता दिखाई दिया। इस व्यक्ति का नाम अरविंद गुप्ता बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री को अंदाजा भी नहीं होगा कि वह जिसके साथ खाना खा रहे हैं, वह दो दिन जेल रहकर आया है। उन्होंने तो दो मिनट तक अरविंद से बातचीत भी की। उसकी पीठ भी थपथपाई। अब पीठ क्यों थपथपाई, इसका भी कारण सामने नहीं आया है। हालांकि, इस घटना को लेकर जिला प्रशासन की जरूर किरकिरी हो गई है। उन्होंने सीएम के साथ बैठकर भोज करने वालों का बैकग्राउंड चेक भी नहीं कराया।
आला अधिकारी भी रहे अंधेरे में
शिवराज के कार्यक्रम में जिला प्रशासन के तमाम बड़े अधिकारी मौके पर थे। कलेक्टर, एसपी, जिला पंचायत सीईओ से लेकर सभी थाना प्रभारी भी मौके पर थे। किसी ने इस पर ध्यान ही नहीं दिया कि मुख्यमंत्री के बगल में बैठकर कौन खाना खा रहा है? वीडियो और वायरल फोटो पर अब जिला प्रशासन के अफसर चुप हैं। कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।
मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी लेने वाले शख्स का नाम अरविंद गुप्ता है। 43 नग लकड़ी चोरी के आरोप में 10 अप्रैल को उसे जेल भेजा गया था। उस पर भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 2, 26, 52 सहित अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज है।