एक तरफ मध्य प्रदेश सरकार के उद्योग मंत्रालय द्वारा मेला प्रारंभ होने की तिथि का आज ऐलान कर दिया गया वहीं दूसरी ओर मेला व्यापार प्राधिकरण अभी भी अध्यक्ष विहीन बना हुआ है, पिछले 2 वर्षों के करोनाकाल के दौरान मेला बुरी तरह प्रभावित रहा इस वर्ष इस बात की आस शहरवासी लगाए बैठे हैं की मेला अपना पुराना वैभव लेकर लौटेगा लेकिन राजनीतिक घमासान इतना ज्यादा है कि प्रदेश सरकार मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष की घोषणा नहीं कर पा रहा है। सूत्रों का कहना है कि मेला प्राधिकरण अध्यक्ष पद को लेकर ग्वालियर मैं राजनीति के छत्रपों नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों के बीच वर्चस्व की लड़ाई में उलझ कर रह गया है। इस घमासान ने मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष और संचालक मंडल दोनों की घोषणा में रुकावट पैदा कर रखी है। यदि समय रहते मेला प्राधिकरण का अध्यक्ष घोषित नहीं हो सका तो एक बार फिर मेला स्थानीय प्रशासन की देखरेख में आयोजित किया जाएगा इस वजह से मेला की दुर्दशा होना लगभग तय माना जा रहा है उधर मेला आयोजन के मध्य नजर मध्यप्रदेश शासन का उद्योग विभाग आज पूरी तरह सक्रिय नजर आया प्रदेश के उद्योग मंत्री श्री सकलेचा की अध्यक्षता मैं मेला प्राधिकरण की वर्चुअल बैठक आयोजित की गई जिसमें बताया गया की इस वर्ष का ग्वालियर व्यापार मेला 25 दिसंबर से 7 फरवरी के बीच आयोजित किया जाएगा बैठक में उद्योग मंत्री द्वारा मेला से जुड़ी विवेक बातों के दिशा निर्देश भी दिए गए।
ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण के संचालक मंडल की 43वी बैठक उद्योग मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा की अध्यक्षता में सोमवार को वर्चुअल सम्पन्न हुई। बैठक में उद्योग विभाग के आयुक्त श्री पी नरहरि, ग्वालियर-चंबल संभाग के कमिश्नर श्री दीपक सिंह, एडीजी श्री डी श्रीनिवास वर्मा, ग्वालियर कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह वर्चुअली जुड़े ।
बैठक में मेला प्राधिकरण के कर्मचारियों का मँहगाई भत्ता, कलेक्टर द्वारा निर्धारित दर पर रखे गए कर्मचारियों, वाहन चालक की संविदा नियुक्ति की अवधि एवं वेतन वृद्धि, टैली ऑपरेटर की अवधि वृद्धि तथा मेला वर्ष 2022-23 के आयोजन के लिये मेला अवधि में अस्थायी कर्मचारी रखे जाने के संबंध में चर्चा की गई। इसके अलावा परिक्षेत्रीय उद्योग कार्यालय ग्वालियर को मेला परिसर में स्थानांतरण करने तथा परिक्षेत्रीय उद्योग कार्यालय ग्वालियर के भवन निर्माण पर भी चर्चा की गई।
बैठक में मध्यप्रदेश शासन से मेला परिसर में चारों ओर बाउण्ड्रीवॉल बनाने, मेला परिसर में सड़कों का डाम्बरीकरण कार्य करने, दुकानों एवं शौचालयों की मरम्मत, गोदाम बस्ती पुलिया के पास की भूमि का कब्जा मेला प्राधिकरण को प्राप्त होने के उपरांत समुचित उपयोग करने तथा मेला परिसर स्थित सनसिटी की भूमि के संबंध में भी चर्चा की गई।
बैठक में उद्योग मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने निर्देश दिए कि मेला परिसर में मेला लगने के पूर्व समुचित साफ-सफाई की जाए। मेला आयोजन के दौरान भी परिसर में सफाई की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि कोरोना काल में मेला परिसर में सब्जीमंडी लगाई गई थी जिसके कारण कुछ निर्माण कार्य क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ऐसे कार्यों की मरम्मत ग्वालियर मंडी से कराई जाए।
संभागीय कमिश्नर श्री दीपक सिंह ने सुझाव दिया कि मेला परिसर में प्रदर्शनी एवं होटल आदि लगाया जाना उचित होगा, जिससे मेला प्राधिकरण की आय में वृद्धि हो सकेगी। इस प्रस्ताव पर उद्योग मंत्री ने विचार करने का आश्वासन दिया और कमिश्नर से कहा कि इसके प्रस्ताव शीघ्र भेजे जाएँ।