महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने भी दिया जवाब
ग्वालियर के वरिष्ठ पत्रकार डॉ राकेश पाठक ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में मिथ्यावाचन करने पर जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को कानूनी नोटिस भेजा है। नोटिस में कहा गया है कि सिन्हा सात दिन में अपने बयान पर लिखित में सार्वजनिक माफ़ी मांगें अन्यथा अदालती कार्यवाई के लिए कदम उठाया जाएगा।दरअसल, गुरुवार को ग्वालियर के आईटीएम विश्वविद्यालय में डॉ राम मनोहर लोहिया स्मृति व्याख्यानमाला आयोजित की गई थी। इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मनोज सिन्हा ने राष्ट्रपिता को लेकर भ्रामक दावा कर दिया। मनोज सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा था कि, “शायद कम लोगों को मालूम है..देश में अनेक पढ़े लिखे लोगों को यह भ्रांति है कि गांधी जी के पास लॉ डिग्री थी, गांधी जी के पास कोई डिग्री नहीं थी।”
पत्रकार डॉ पाठक ने अपने नोटिस में कहा है कि मनोज सिन्हा का बयान पूरी तरह मिथ्या है और गांधी जी की शैक्षणिक योग्यता को धूमिल करने और मृत्यु उपरांत उन्हें अपमानित करने की गरज से दिया गया है। सोशल मीडिया पर उनके बयान के वायरल होने के कारण देश दुनिया में गांधी जी की छवि धूमिल हुई है। डॉ पाठक ने कहा है कि न केवल वे बल्कि जो लाखों, करोड़ों लोग महात्मा गांधी के विचारों से प्रभावित हैं, वे सब इस बयान से आहत हुए हैं।
डॉ पाठक की ओर से उनके वकील भूपेंद्र सिंह चौहान, पंकज सक्सेना ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को राजभवन, जम्मू कश्मीर के पते पर रजिस्टर्ड डाक से नोटिस भेजा है। राजभवन के आधिकारिक ईमेल पर भी नोटिस प्रेषित कर दिया गया है। नोटिस की प्रतिलिपि उपराज्यपाल की नियोक्ता राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू को भी संलग्न की गई है।
बता दें कि महात्मा गांधी ने लंदन में वकालत की पढ़ाई थी। उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में 1888 में दाखिला लिया था और 1891 में उनकी वकालत की पढ़ाई पूरी हुई थी। मनोज सिन्हा के दावों को सोशल मीडिया पर भ्रामक करार देते हुए लोग पूछ रहे हैं कि अगर गांधी जी के पास डिग्री नहीं थी तो उन्होंने अदालत में मुकदमे कैसे लड़ लिए?म
महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने बापू की डिग्री पर ये कहा
उधर महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने बापू की डिग्री को लेकर कई ट्वीट किए. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा को प्रमाण के तौर पर गांधीजी की आत्मकथा भी भेज दी है. दरअसल मनोज सिन्हा ने एक कार्यक्रम में इस बात का दावा किया था कि महात्मा गांधी के पास लॉ की कोई डिग्री नहीं थी.न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक तुषार गांधी ने ट्वीट किया- एम. के. गांधी ने राजकोट के अलफ्रेड हाईस्कूल से मैट्रिक पास की थी. उन्होंने लंदन में मैट्रिक पास की. इसके बाद इनर टेम्पल से लॉ की डिग्री हासिल की थी. उसके साथ-साथ उन्होंने दो डिप्लोमा भी लिए थे. एक डिप्लोमा लैटिन भाषा और दूसरा फ्रेंच भाषा में था. ये सारी चीजें आत्मकथा में दर्ज हैं. दरअसल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को आईटीएम ग्वालियर में डॉ. राम मनोहर लोहिया स्मृति व्याख्यान में अपने संबोधन के दौरान गांधीजी की शैक्षिक योग्यता के बारे में बयान दिया था.