पांच बार विधायक और दो बार कैबिनेट मंत्री रह चुके वयोवृद्ध नेता लक्ष्मी नारायण गुप्त नन्ना जी का आज दोपहर निधन हो गया। उन्होंने 100 वर्ष का यशस्वी जीवन जिया और राजनीतिक सामाजिक क्षेत्र में सेवा और शुचिता की लंबी लकीर खींची । उनके जाने से प्रदेश ने एक सर्वाधिक वृध्द समाजसेवी को खो दिया। मूलतः पिछोर के रहने वाली लक्ष्मी नारायण जी के निधन की खबर जैसे ही मिली शोक की लहर दौड़ गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उनका अंतिम संस्कार शिवपुरी उनके गृह स्थान पिछोर में कल किया जाएगा।
जन्म : 6 जून 1918 मध्यप्रदेश के एक राजनेता तथा सामाजिक कार्यकर्ता हैं। ‘नन्ना जी’ जैसे नेता विरले होते हैं। वे पांच बार विधायक और दो बार कैबिनेट मंत्री रह चुके थे । इसके बाद भी उनके पास न तो मोबाइल रहता था, न ही फोन। गाड़ी का तो सवाल ही नहीं है
उम्र 100 बरस लेकिन हौसला देखने वाले को दंग कर देता है। सादगी ऐसी कि किसी को भी मोहित कर दे। सहजता, सरलता, ईमानदारी व विनम्रता जैसे गुणों के चलते दुश्मन भी उनका कायल हो जाता है। किसी के भी सुख-दुख में शामिल होना, उनके व्यवहार का अहम हिस्सा रहा । वे एक ही निर्वाचन क्षेत्र से 5 बार विधायक व दो बार कैबिनेट मंत्री रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी न तो कोई मोबाइल रखते हैं न आवास पर टेलीफोन और चमचमाती कार दूर की बात। एक पुश्तैनी मकान जहां आज भी लोग अपनी-अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचते थे और वे समस्यायों के निराकरण के लिये जिलाधिकारी कार्यालय से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक प्रयास करते दिखाई दे जाते थे।
ईसागढ़ में 6 जून 1918 को जन्मे श्री लक्ष्मीनारायण गुप्ता के पिता का नाम श्री पन्नालाल गुप्ता था। ग्वालियर राज्य में वकील रहे शिवपुरी जिले के पिछोर क्षेत्र के 99 वर्षीय लक्ष्मीनारायण गुप्ता को क्षेत्र की जनता नन्नाजी नाम से बुलाती है। स्वतंत्रता के पूर्व 1944 में उनका सार्वजनिक जीवन हिंदूमहासभा से प्रारंभ हुआ। 1945 में ग्वालियर राज्य के प्रजासभा (विधानसभा) के निर्वाचन में विजयी हुए। हिन्दू महासभा के प्रत्यासी चनावनी के दीवान वरजोर सिंह के सहयोगी की भूमिका में क्षेत्र की जनता ने इन्हें जाना, माना। इसी वर्ष प. रामचंद्र शर्मा “वीर” ने हिन्दू जागरण का बिगुल बजाया। संत पान्चगांवकर ने पिछोर में विशाल हिन्दू जागरण महायज्ञ किया जिसमें 30 हजार से अधिक श्रद्धालु जन सम्मिलित हुए। ग्वालियर स्टेट के तत्कालीन महाराज जीवाजीराव सिंधिया के प्रतिनिधि स्वरुप पंवार साहब यज्ञ में उपस्थित हुए। 1947 में श्री लक्ष्मीनारायण गुप्ता हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य थे।