कामसूत्र पुस्तक की आड़ में हिन्दू देवी देवताओं को निशाना बनाकर उनके अश्लील फोटो छापने की हरकत पर बजरंगदल की गुजरात इकाई बुरी तरह भड़क गई है। इसके चलते चेतावनी स्वरूप बजरंगदल ने ऐसी भड़काऊ पुस्तक की प्रतियों को चेतावनी स्वरूप सार्वजनिक रूप से जलाकर रोष व्यक्त किया है। उधर देश के कुछ वामपंथी छाप मीडिया ने इसको लेकर गलत खबरें दिखाते हुए यह परिभाषित करने का षडयंत्र शुरू कर दिया है किबजरंगदल ने आचार्य वात्स्यायन का विरोध शुरू कर दिया है। उल्लेखनीय है कि कामसूत्र की रचना आचार्य वात्स्यायन ने की थी वात्स्यायन का कामसूत्र सदियों से भारत का गौरव रहा है जैसा कि अजंता एलोरा खजुराहो और कोणार्क की मूर्तियां रही हैं। बजरंगदल ने इस किताब की आड़ में हिन्दू
देवी देवताओं के अश्लील फोटो उपरोक्त किताब में लगाये जाने का विरोध किया न कि आचार्य वात्स्यायन
का जबकि कहा यह जा रहा है कि
बजरंग दल के सदस्यों ने गुजरात अहमदाबाद में एक किताबों की दुकान के बाहर कामसूत्र की एक प्रति यह कहते हुए जला दी है कि यह किताब हिंदू देवताओं को ‘अश्लील रूप’ में दिखाकर उनका अपमान करती है। इतना ही नहीं, बजरंग दल के सदस्यों ने दुकान मालिक को धमकी भी दी कि अगर किताब की बिक्री जारी रही तो अगली बार दुकान को भी जला दिया जाएगा। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में इसका एक वीडियो भी दिखाया गया है।
‘कामसूत्र’ की रचना आचार्य वात्स्यायन ने की थी। वात्स्यायन का कामसूत्र सदियों से भारत का गौरव रहा है जैसा कि अजंता एलोरा खजुराहो और कोणार्क की मूर्तियां रही हैं।
आपको बता दें कि बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद का संगठन है, जो कि धर्म से जुड़े मुद्दों को लेकर काफी आक्रमक रहता है। संगठन के द्वारा कई मामलों में खुलकर विरोध-प्रदर्शन किया गया है।
Breaking #Bajrangdal members burnt copy of #Kamasutra in an Ahmedabad bookstall for “showing Hindu deities in ‘vulgar’ positions” and threatened to burn bookstalls down if Hindu sentiments are hurt in future 1/N pic.twitter.com/4jpHZTognM
— DP (@dpbhattaET) August 28, 2021