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शिवराज का होली राग “मोरी बहू हिरानी है, ए भैया मिले तो बता दईयो….”

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भी आंचलिक लोकगीत “मोरी बहू हिरानी है, ए भैया मिले तो बता दईयो….” गाया। इस गीत में सभी ने सुर मिलाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अन्य गीतों पर हारमोनियम बजाकर संगत दी

मुख्यमंत्री निवास पर आज होली पर्व पर उल्लास के रंग बिखरे

भोपाल /मुख्यमंत्री निवास पर आज होली पर्व पर उल्लास के रंग बिखरे। अनेक नागरिक, कार्यकर्ता और मीडिया प्रतिनिधियों ने भी भागीदारी की। इस मौके पर होली के अनेक गीत प्रस्तुत किए गए। ढोल की थाप पर नृत्य प्रस्तुत करने के लिए सभी उत्साहित थे। प्राकृतिक रंग और गुलाल का प्रयोग किया गया। बृज की पारंपरिक फूलों की होली भी खेली गई। कार्यक्रम शालीनता पूर्वक संपन्न हुआ। मथुरा-वृंदावन (उत्तरप्रदेश) की सांस्कृतिक मंडली ने गीत और नृत्य प्रस्तुत किए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि होली उमंग, उल्लास, आनंद और मस्ती का पर्व है। हम चाहते हैं कि खुशियों के रंग प्रत्येक नागरिक की जिंदगी में बिखरे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के संकल्प के अनुसार हम प्रदेश और देश के विकास के लिए मिल कर कार्य करें। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना लागू होने से पात्र बहनों को हर महीने एक हजार रुपये की राशि प्राप्त होगी। इस वर्ष होली पर ही योजना ने बहनों को दीपावली का अहसास भी करवा दिया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के प्रथम सेवक होने के नाते उनका संकल्प है कि प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के जीवन में खुशियों के रंग शामिल हों।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समस्त उपस्थित नागरिकों को होली पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी। इस मौके पर रंग गुलाल लगाकर सभी ने पर्व का उल्लास और आनंद मनाया।

सांसद श्री विष्णु दत्त शर्मा, श्री हितानंद शर्मा, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, किसान संगठन के श्री दर्शन सिंह, विधायक सर्वश्री रामपाल सिंह, रामेश्वर शर्मा, पी.सी. शर्मा, पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा, श्री सुमित पचौरी सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, पुत्र श्री कार्तिकेय सिंह और श्री कुणाल सिंह भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।

होली मिलन कार्यक्रम में जो गीत प्रस्तुत हुए उनमें – आज ब्रज में होली रे रसिया…, रंग बरसे भीगे चुनरवाली…., आज न छोड़ेंगे, बस हम जोली, खेलेंगे हम होली…, होली खेले रघुविरा अवध में….. शामिल हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भी आंचलिक लोकगीत “मोरी बहू हिरानी है, ए भैया मिले तो बता दईयो….” गाया। इस गीत में सभी ने सुर मिलाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अन्य गीतों पर हारमोनियम बजाकर संगत दी।

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