संपादकीय
क्या उपचुनाव से पहले मध्यप्रदेश कांग्रेस में बड़े बवंडर की आहट साफ सुनाई दे रही है ? क्या दिग्विजय कमलनाथ सहित मध्यप्रदेश के अन्य कांग्रेसी झंडाबरदार इसको रोक पाएंगे ? शनिवार को प्रदेश की राजधानी भोपाल में भाजपा प्रदेश मुख्यालय में जो कुछ हुआ उसने इन प्रश्नों को न केवल जन्म दे दिया है बल्कि इस बात के संकेत भी दे दिए है की ज्योतिरादित्य के जाने के बाद कांग्रेस के भीतर जो खलबली मची थी वह आने वाले उपचुनाव से पूर्व एक बड़े तूफान के रूप में अब सामने आने वाली है।
कांग्रेस से भाजपा में आने का जो हुजूम शनिवार को भोपाल के दीनदयाल परिसर में दिखाई दिया उसे देखकर दिग्विजय कमलनाथ व अन्य बचे खुचे कांग्रेसी क्या सोच रहे हैं यह तो वही जाने लेकिन मध्यप्रदेश की राजनीति में रुचि रखने वाले पण्डितों की चर्चा को देखकर यह साफ कहा जा सकता है की मध्यप्रदेश में हाशिये पर जा पहुंची कांग्रेस से भाजपा की ओर पलायन का सिलसिला अब भोपाल से होता हुआ मध्यप्रदेश के तमाम छोटे बड़े शहरों तक दिखाई दे सकता है।
अकेले ग्वालियर अंचल की बात की जाए तो यहां तो ज्योतिरादित्य के जाने के बाद से ही यह पता लगाना कांग्रेस के लिए मुश्किल हो चुका है कौन अपना है और कौन पराया। यहां कई बार कांग्रेस को चेतावनी देते भी देखा गया है की जिन्हें ज्योतिरादित्य के साथ जाना है वे सामने आएं। लेकिन एक रणनीति के तहत ज्योतिरादित्य के समर्थक तमाम कांग्रेसी आज भी कांग्रेस में ही दिखाई दे रहे हैं।
उन्हें समय का इंतजार है,शायद अब ये समय आ चुका है। शनिवार को भोपाल में कांग्रेस से भाजपा में आने का जो कार्यक्रम हुआ उससे भी साफतौर पर यही संकेत मिलते हैं। इस कार्यक्रम को कांग्रेस से भाजपा में आने के अभियान की प्रदेश स्तरीय शुरुआत कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि कार्यक्रम में स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह उपस्थित थे।
साफ है इसकी तैयारी पहले से थी। इतना होने के बावजूद कांग्रेस के नीतिनिर्धारक असहाय बनकर रह गए । जैसे की संकेत मिल रहे हैं कमोबेश ऐसी ही स्थिति मध्यप्रदेश के अन्य स्थानों की भी है। ग्वालियर अंचल में तो तमाम ऐसे कांग्रेसी देखे जा सकते हैं जो अपने बैनर होडिंग मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया की फ़ोटो चस्पा कर रहे हैं। संकेत साफ है वे कांग्रेस के नहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं और जैसे ही हरी झंडी मिलेगी वे पाला बदल लेंगे।
यहां बताना उपयुक्त होगा शनिवार को भोपाल भाजपा मुख्यालय में मध्यप्रदेश की सांची विधानसभा सीट के 200 से भी ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली. इस दौरान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मौजूद थे. बताया जा रहा है कि कांग्रेस से हाल ही में बीजेपी में आए सिंधिया समर्थक प्रभुराम चौधरी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बीजेपी में एंट्री करवाई है.
बीजेपी की सदस्यता लेने वालों में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य, जिलाध्यक्ष, पूर्व जिलाध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष सहित सरपंच एवं प्रमुख कार्यकर्ता शामिल थे. भोपाल के प्रदेश बीजेपी कार्यालय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कार्यकर्ताओं का स्वागत किया.
इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘मध्यप्रदेश को बचाने के लिए त्याग का अनुपम उदाहरण डॉ प्रभुराम चौधरी ने पेश किया. उन्होंने मंत्री पद त्यागकर सत्य का साथ दिया. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बड़े लक्ष्य के लिए परिवर्तन हुआ है. जनता की भलाई के लिए सिंधिया जी और उनके समर्थक विधायकों ने त्याग की मिसाल पेश की है.’