एक और योद्धा चल बसा,मगर सरकार नहीं पसीज रही…..
मध्यप्रदेश कोरोना महामारी से जूझ रहा है और जनता को खबरों से अपडेट कराते हुए, देवास के news18 के जुझारू रिपोर्टर हिमांशु राठौर (बाबा) इसके संक्रमण के बढ़ने और कमज़ोर इम्यून सिस्टम के कारण चल बसे। एक जानकारी के अनुसार अब तक मप्र में फील्ड के लगभग 37 पत्रकार कोरोना की भेंट चढ़ चुके हैं ।इस तरह की लगातार हो रही असमय मौतों से पूरा मीडिया जगत स्तब्ध है…. बावजूद इसके तमाम पत्रकार संगठनों के उस प्रस्ताव पर सरकार गंभीरता से विचार ही नहीं कर रही है ,जिसमें यह कहा गया था कि नगरीय निकाय, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग के साथ प्रेस के लोगों को भी कोरोना वॉरियर्स सूची में शामिल किया जाए …. पत्रकार संगठनों की ओर से यह मांग अप्रैल महीने में ही की गई थी, तब से लेकर अब तक कई साथियों की जान जा चुकी है ,लेकिन सरकार है कि मीडिया को कोरोना योद्धाओं की सूची में शामिल नहीं करना चाहती है, यहां तक कि हाल ही में पत्रकार स्वास्थ्य बीमा एवं दुर्घटना बीमा में भी कोरोना महामारी को पॉलिसी में कवर को लेकर असमंजस है ….यानी पत्रकारों को कोरोना के इलाज और असमय मौत में कोई राहत नहीं मिल सकेगी…. यही वज़ह है कि पत्रकार साथियों की मौत के बाद उनके परिजनों को मिलने वाला कोरोना वॉरियर्स का कोई भी सम्मान नहीं मिल पा रहा है। तमाम संगठन अपनी बिरादरी के साथियों के लिए फिर सरकार से अनुरोध कर रहे है कि मैदानी क्षेत्रों में काम कर रहे पत्रकारों को कोरोना योद्धाओं की सूची में लेकर उनके साथ न्याय करें.
देवास के साथी पत्रकार हिमांशु राठौर को श्रद्धांजलि व परिजनों को सांत्वना देते हुए मध्यप्रदेश पत्रकार संघ के राजेश शर्मा,श्रम जीवी पत्रकार संघ के राजेन्द्र श्रीवास्तव ,जर्नलिस्ट्स यूनियन ऑफ मध्यप्रदेश JUMP के डॉ.नवीन आनंद जोशी आदि ने गहन शोक व्यक्त करए हुए पत्रकारों को कोरोना योद्धाओं की सूची में लेकर उनके साथ न्याय करने की मांग की है।