कोरोना वायरस की महामारी और देशव्यापी लॉक डाउन के बीच विश्व के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने रविवार को अनूठा प्रयोग किया। भारत के साथ-साथ विदेशों में रहने वाले सभी संघ स्वयंसेवकों ने निर्धारित समय शाम 5.30 बजे अपने-अपने घरों में पूरे परिवार के साथ प्रार्थना की। इसके लिए सभी को फोन के माध्यम से सूचना दी गई थी। इसमें तीन करोड़ से अधिक लोगों के शामिल होने की जानकारी मिल रही है। यह संख्या और अधिक भी हो सकती है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने एक-एक परिवार की रिपोर्ट लेने की तैयारी की है। पूरी रिपोर्ट सोमवार तक मिल सकेगी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े घरों में रविवार शाम पांच बजे से 5.30 बजे तक कुटुंब शाखा लगी। इस दौरान संघ परिवार से जुड़े लोगों ने अपने-अपने घरों के परिसर, छत या दरवाजे पर संघ की प्रार्थना की। राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में संघ की यह देशव्यापी प्रार्थना कोरोना वायरस से लड़ी जा रही लड़ाई को मजबूती देने के लिए आयोजित की गई है।
इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने 19 अप्रैल, रविवार की शाम नियत समय पर एक साथ सभी स्वयंसेवकों से प्रार्थना में शामिल हाने का आह्वान किया था। इसके लिए शाम 5 बजकर 30 मिनट का समय तय किया गया। माना जा रहा है कि कोरोना वायरस की त्रासदी के कारण मैदानों में शाखा बंद होने के बाद संघ ने अपने स्वयंसेवकों को गतिशिल बनाए रखने के लिए प्रार्थना सह कुटुंब शाखा का आयोजन किया है।संघ के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब सभी स्वयंसेवक अपने-अपने घरों में परिवार के साथ संघ प्रार्थना और करीब घंटेभर की शाखा लगा रहे हैं। इधर संघ के एक केंद्रीय अधिकारी ने कहा कि यह अस्थायी व्यवस्था है। स्थिति सामान्य होते ही फिर से मैदानों में शाखा का आयोजन पूर्ववत किया जाएगा।